प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेश कुमार ने बीते दिन हमीरपुर में आम आदमी पार्टी के शिक्षा संवाद पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पंजाब और दूसरे राज्यों से लोगों को लाकर केजरीवाल देश के सबसे शिक्षित जिले को शिक्षा मॉडल समझा रहे हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को यह समझना चाहिए कि हमीरपुर जिला ना केवल प्रदेश बल्कि देश के अन्य कई जिलों में अब्बल है। ऐसे में दिल्ली शिक्षा मॉडल का राग अलाप कर वह किस को वेवकूफ बनाना चाहते हैं। उन्होंने सवाल किया कि केजरीवाल बताएं कि उन्होंने दिल्ली में कितने नये स्कूल खोलें तथा और दिल्ली के शिक्षक हड़ताल पर क्यों हैं। जबकि हकीकत यह है कि दिल्ली में एक भी नया स्कूल केजरीवाल सरकार ने नहीं खोला है वल्कि पिछले सात वर्षों से शिक्षकों की भर्ती ही नहीं हुई है। मात्र कांग्रेस के समय में खोले गए कुछ स्कूलों में रंग रोगन करके दिल्ली शिक्षा मॉडल का नाम दिया गया है। दिल्ली में बेरोजगारी का आंकड़ा देश के मेट्रोपॉलिटन शहरों में सबसे निम्न स्तर पर है। ऐसे में केजरीवाल दिल्ली शिक्षा मॉडल और रोजगार का सपना दिखाकर प्रदेश की भोली-भाली जनता को ठगना चाह रहे हैं। सुरेश कुमार ने कहा कि हाल ही में पंजाब में हुए चुनावों के वाद साबित हो गया है कि केजरीवाल भरोसेमंद इंसान नहीं है। तीन महीने के भीतर ही पंजाब में लोग कांग्रेस शासन को याद करने लगे हैं। इसके बावजूद केजरीवाल पंजाब के अल्पज्ञानी एवं व्यसनग्रस्त मुख्यमंत्री को लाकर हिमाचल की जनता को शिक्षा का पाठ पढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद पंजाब में खालिस्तान के नाम पर उग्रवाद पनप रहा है,इसकी आंच हिमाचल तक भी आने लगी है। क्योंकि खालिस्तानी हिमाचल प्रदेश को भी अपना क्षेत्र क्लेम कर रहे हैं और यहां भी खालिस्तानी झंड़े लहराने के प्रयास हो रहे हैं। हाल ही में हिमाचल विधानसभा परिसर में भी खालिस्तानी झंड़े व श्लोगन चिपका दिए गए थे। इस तरह से आम आदमी पार्टी हिमाचल जैसे शांत प्रदेश में अशांति फैलाना चाह रही है। जो कि हिमाचल प्रदेश की जनता को कतई बर्दाश्त नहीं है
2022-06-12