तिरुवनंतपुर.केरल में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से लौटे एक शख्स में मंकीपॉक्स के लक्षण मिले हैं. इलाज के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस बात की जानकारी वहां के स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने दी. कहा जा रहा है कि वो तीन दिन पहले UAE से लौटा है. मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने के बाद उसके सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है. गुरुवार शाम तक उसकी रिपोर्ट आने की संभावना है.
राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बृहस्पतिवार को कहा कि मरीज के सैंपल जमा किए गए हैं और जांच के लिए राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान भेजे गए हैं. उन्होंने बताया कि जांच के नतीजे मिलने के बाद ही मंकीपॉक्स की पुष्टि की जा सकेगी. जॉर्ज ने कहा कि इस व्यक्ति में मंकीपॉक्स के लक्षण देखे गए हैं और वह विदेश में इस संक्रमण के एक मरीज के करीबी संपर्क में रहा था. उन्होंने ज्यादा जानकारी नहीं दी.
77 प्रतिशत केस में इज़ाफा
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, मंकीपॉक्स पशुओं से मनुष्यों में फैलने वाला एक संक्रामक रोग है और इसके लक्षण चेचक के मरीजों के जैसे होते हैं. डब्ल्यूएचओ ने मंकीपॉक्स के प्रयोगशालाओं में पुष्ट मामलों की संख्या में 77 प्रतिशत साप्ताहिक वृद्धि की बात कही है और यह संख्या दुनियाभर में 6,000 से अधिक हो गयी है. वहीं अफ्रीका के हिस्सों में दो और लोगों की इस वायरस से मृत्यु हो गयी.
इन देशों में ज्यादातर मामले
मंकीपॉक्स के अधिकतर मामले यूरोप और अफ्रीका में आये हैं. संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा कि यह रहस्यमयी बीमारी उन पुरुषों को प्रमुख रूप से प्रभावित करती है जिन्होंने पुरुषों के साथ ही यौन संबंध बनाये हैं, वहीं आबादी के अन्य समूहों में संक्रमण का कोई संकेत नहीं देखा गया.
बैठक में होगी चर्चा
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रस अधानोम घेब्रेयेसस ने कहा है कि वह वायरस के प्रसार के स्तर को लेकर चिंतित हैं और 80 प्रतिशत से अधिक मामले यूरोप में आये हैं. उन्होंने कहा कि वह इस प्रकोप पर नजर रख रही डब्ल्यूएचओ की विशेषज्ञ समिति की अगली बैठक 18 जुलाई से शुरू हो रहे सप्ताह में बुलाएंगे.