कन्नड़ एक्टर किच्चा सुदीप ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि अगर आप शाहरुख और सलमान को एक ही फिल्म में लाएंगे, तो लोगों को हार्ट अटैक आ जाएगा।
किच्चा सुदीप की बातों ने दिल जीत लिया
जब उनसे (Kiccha Sudeep) पूछा गया कि आप हमेशा कन्नड़ सिनेमा में सबसे आगे रहे हैं। फिर भी आप कई भाषाओं में साइड रोल करने से कभी नहीं कतराते हैं। क्या आपको लगता है कि आप हमेशा पैन इंडिया फिल्मों के समर्थक थे, जो अब एक सनक बन गया है? इस पर उन्होंने कहा, ‘मेरे दिमाग में ऐसा एजेंडा कभी नहीं था। मुझे बस इतना पता था कि मैं उन सभी लोगों के लिए काम कर रहा हूं जो मेरे साथ काम करना चाहते हैं। कुछ लोग थे जिन्होंने मुझसे संपर्क किया था और कहा था कि ‘उन्हें अपनी स्क्रिप्ट के लिए मेरी जरूरत है’ चाहे वह ‘रक्त चरित्र’ जैसी फिल्म हो, जिसके लिए मुझे बुलाया गया है, या फिर ‘नरसिम्हा रेड्डी’ के लिए। इसलिए मुझे लगता है कि मैंने अभी-अभी अपने आप को पूरा किया है और मैंने इसे नहीं की होती अगर मुझे लगता कि ये निगेटिव रोल है। ऐसे ही हम लंबा सफर तय कर सकते हैं।’
अजय देवगन के साथ क्लैश पर सुदीप
हिंदी के राष्ट्रभाषा होने पर अजय देवगन (Ajay Devgn) के साथ अपने क्लैश के बारे में उन्होंने कहा, ‘अगर आप मुझसे सार्वजनिक रूप से पूछते हैं और मैं आपको व्यक्तिगत रूप से जवाब देने के लिए फोन करता हूं, तो यह मुझे समाज में कैसा दिखाता है? अजय सर को इस बारे में सोचना चाहिए था, मुझे नहीं। इसका मतलब यह नहीं है कि वह गलत हैं। मैं इसे एक अलग तरह से देखता हूं। अजय सर के लिए मेरे मन में बहुत सम्मान है, वह एक अच्छे इंसान हैं। मैं उनसे एक बार मिला था और उन्होंने मुझसे बहुत अच्छे से बात की थी।’
अक्षय कुमार जैसे एक्टर्स और हैं!
हाल ही में अक्षय कुमार ने कहा था कि साउथ के कलाकार मल्टीस्टारर करने से नहीं डरते। जबकि हिंदी सिनेमा के कलाकार इसे लेकर काफी सोचते हैं। इसके बारे में सुदीप ने कहा, ‘ऐसा नहीं है कि वे डरते हैं। यह दूसरों पर भी निर्भर करता है। यह इस बात पर डिपेंड करता है कि संभालने के लिए कोई अच्छा डायरेक्टर है या नहीं। मल्टी-स्टार कास्ट का डर इसलिए नहीं है क्योंकि कोई और हीरो है, क्या इसे संभालने वाला इसे अच्छे से संभाल सकता है। अगर आपके पास एक फिल्म में दो हीरो हैं, तो फैंस के दो सेट आएंगे, कट्टर फैंस।’
फिल्म में शाहरुख-सलमान एक साथ!
वो आगे बोले- लोग चाहते हैं कि उनका ही हीरो दिखे बस। अगर वे किसी सीन में दूसरे हीरो को जरा भी ओवरटेक करते हुए देखेंगे तो वे परेशान हो जाएंगे। ऐसे में इसे जायज नहीं ठहराया जा सकता। कई फिल्में ऐसे नहीं चलती हैं। आज की तरह, अगर आप कहें कि शाहरुख सर और सलमान सर एक ही फिल्म में हैं (20-25 साल पहले मत जाइए), आज अगर आप उन्हें एक साथ देखना चाहते हैं, तो आप फिल्म को कैसा बनाना चाहते हैं? और कौन संभालेगा इसे? फिल्म से आपको क्या उम्मीद है? और यह कैमियो नहीं है, दो हीरो वाली फिल्म है। उम्मीदें आसमान छूने वाली हैं। कौन डायरेक्ट करेगा इसे? फिल्म के अंत तक कौन मुस्कुराएगा? लोगों को तो हार्ट अटैक आ जाएगा।