हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर भगवान परशुराम का जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस वर्ष भी भगवान परशुराम का जन्म दिवस देश सहित हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बड़े धूमधाम से मनाया गया।
परशुराम जयंती पर शिमला के मिडिल बाजार में ब्राह्मण सभा द्वारा कीर्तन भजन व भंडारे का आयोजन किया गया। इस मौके पर पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज भी विशेष रुप से मौजूद रहे।
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि शुक्रवार को अक्षय तृतीया, भगवान परशुराम जयंती व ईद जैसे त्यौहार पूरे राष्ट्र में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहे है। हालांकि यह त्यौहार देशभर में अलग-अलग धर्म को मानने वाले लोगों के द्वारा मनाए जा रहे हैं। लेकिन सभी का मकसद एवं संदेश आपसी भाईचारे को बढ़ाना व प्रेम का प्रचार-प्रसार करना है।
हिंदू मान्यता के अनुसार भगवान परशुराम का प्राकट्य प्रदोष काल में हुआ था और वह 8 चिरंजीवी पुरुषों में एक है। ऐसी मान्यता है कि भगवान परशुराम आज भी धरती पर मौजूद है।