किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ किसान सभा छेड़ेगी अभियान, 10 लाख…

हिमाचल सहित मंडी में भी 1 मार्च से सीटू और किसान सभा मिलकर केंद्र व प्रदेश सरकार की किसान व मजदूर विरोधी नीतियों तथा कानूनों के खिलाफ आंदोलन करने जा रही है। इस आंदोलन की रूपरेखा मंडी के तारा चंद भवन में शुक्रवार को संपन्न हुए मजदूर व किसानों के संयुक्त जिला स्तरीय सम्मेलन में बनाई गई।

       सम्मेलन की अध्यक्षता सीटू के ज़िला प्रधान भूपेंद्र सिंह व किसान सभा के ज़िला उपाध्यक्ष बिहारी लाल ने की। सीटू के राज्य महासचिव प्रेम गौतम ने सम्मेलन का उदघाटन किया। प्रेम गौतम ने कहा कि केंद्र सरकार की किसान व मज़दूर विरोधी नीतियों के खि़लाफ़ आगामी 5 अप्रैल को संसद भवन दिल्ली में विरोध रैली निकाली जाएंगी, जिसमें दस लाख मज़दूर व किसान भाग लेंगें।

    उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार निरंतर मज़दूरों व किसानों के खि़लाफ़ नीतियां बना रही है। सरकार बाल विकास, मिड डे मील, स्वास्थ्य, मनरेगा योजना के बजट में निरंतर कटौती कर रही है। सभी सार्वजनिक क्षेत्र के संस्थानों को निजी हाथों को बेच रही है। मोदी सरकार ने इस वर्ष के बजट में भी मनरेगा के बजट में 33 % कटौती कर दी है। सभी प्रकार के स्थाई रोज़गार ख़त्म किए जा रहे हैं।  ऑउटसोर्सिंग, ठेके और फिक्स्ड टर्म का रोज़गार दिया जा रहा है। मज़दूरों के अधिकारों की रक्षा के लिए बने 44 श्रम क़ानूनों को समाप्त करके सहिंताओं में बदला जा रहा है, लेकिन मज़दूर संगठनों के विरोध के कारण अभी तक इन्हें लागू नहीं किया जा सका है। इसलिए ट्रेड यूनियनों की सरकार से मांग है कि इन सहिंताओं को रद्द किया जाये।

     सीटू के जिला प्रधान भूपेंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इन सभी समस्याओं के लिए आंदोलन की रूपरेखा बना ली गई है। उन्होंने बताया कि सीटू से जुड़ी यूनियनें और हिमाचल किसान सभा 1 मार्च से घर- घर संपर्क अभियान शुरू करेगी। पहले चरण में 15 मार्च को खण्ड व ज़िला स्तर पर प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे। दूसरे चरण में 5 अप्रैल तक अभियान चलाया जाएगा और दिल्ली संसद भवन के बाहर होने वाली रैली के साथ संपन्न किया जाएगा। जिसके तहत 20 हज़ार घरों में दस्तक दी जायेगी, और पर्चा वितरण किया जायेगा।

     15 मार्च को मंडी, बल्ह, सरकाघाट, धर्मपुर, पधर, जोगिन्दरनगर, निहरी, बाली चौकी और जंजैहली आदि स्थानों पर प्रदर्शन किये जायेंगे। वहीं किसान सभा ने मंडी के बल्ह में बनने वाले हवाई अड्डे का भी विरोध किया है। सम्मेलन में किसान सभा के राज्य सचिव होतम सौंखला सहित अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।