भारतीय महिला टीम ने इंग्लैंड को 7 विकेट से हराते हुए अंडर-19 टी-20 वर्ल्ड कप 2023 का खिताब अपने नाम किया। इस टीम ने देश को वो खुशी दी, जो लंबे समय से सीनियर पुरुष और महिला टीमें नहीं दे पा रही थीं।
शेफाली वर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ने इतिहास रच दिया है। उसने अंडर-19 टी-20 वर्ल्ड कप 2023 के खिताबी मुकाबले में इंग्लैंड को 7 विकेट से हराया। इसके साथी ही पहली बार आयोजित इस आईसीसी टूर्नामेंट को जीतने का गौरव भी हासिल किया। टीम में शेफाली वर्मा और रिच घोष जाना पहचाना चेहरा हैं, लेकिन इस चैंपियन टीम में कई ऐसे चेहरे हैं, जिनके बारे में आप नहीं जानते होंगे। आइए पूरी टीम के बारे में जानते हैं…
श्वेता सहरावत (ओपनर, उपकप्तान)
दिल्ली की दाएं हाथ की बल्लेबाज सहरावत ने टूर्नामेंट में गजब की बैटिंग की। उन्होंने शुरुआती दो मैचों में धमाका करते हुए हाफ सेंचुरी जड़ी तो इसके बाद भी उनके बल्ले से रनों की बौछार होती रही। बड़ी बहन को देखते हुए क्रिकेटर बनने का ड्रीम देखने वाली यह युवा लड़की अब भविष्य की बड़ी स्टार मानी जा रही है। उन्होंने टूर्नामेंट में सबसे अधिक 297 रन बनाए।
शेफाली वर्मा (ओपनर, कप्तान)
क्रिकेट में थोड़ा-सा भी दखल देने वाला हर फैन इस नाम से परिचित होगा। सीनियर इंटरनेशनल टीम में करिश्माई प्रदर्शन के लिए इस युवा बैटर को जाना जाता है। विध्वंसक बैटिंग उनका परिचय है तो अब उनके नाम बड़ी उपलब्धि हो गई है। अंडर-19 महिला T20 वर्ल्ड कप का पहली बार आयोजन किया गया था और भारत ने उनकी कप्तानी में इसे जीतते हुए इतिहास रचा। उन्होंने टूर्नामेंट में 172 रन बनाए और तीसरी सबसे अधिक रन बनाने वाली बैटर रहीं।
पार्शवी चोपड़ा
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर करिश्माई लेग स्पिनर पार्शवी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 3 विकेट झटकते हुए सेमीफाइनल में जीत दिलाई थी। इसके अलावा भी उन्होंने टूर्नामेंट में गजब की गेंदबाजी की है। वह शेफाली और श्वेता के बाद सबसे बड़ी स्टार बनकर उभरी हैं। इस बॉलर ने फाइनल में भी 2 विकेट चटकाए।
रिचा घोष
शेफाली की तरह घोष भी सीनियर भारतीय टीम की प्रमुख सदस्य हैं। कीपर-बल्लेबाज मध्यक्रम में सबसे धाकड़ बल्लेबाज मानी जाती है। टूर्नामेंट में देखने को भी मिला। आसानी से छक्के उड़ाना रिचा की खासियत है। खासकर डेथ ओवर्स में वह काफी विनाशक रहती हैं।
जी त्रिशा
Gongadi Trisha गेंद और बल्ले दोनों से खूंखार मानी जाती हैं। तृषा घरेलू स्तर पर U19 क्रिकेट तब से खेल रही है जब वह सिर्फ 12 साल की थीं। हैदराबाद की यह होनहार खिलाड़ी अपनी बलखाती गेंदों और कमाल की बैटिंग से किसी भी टीम के हौसले पस्त करने में माहिर है।
अर्चना देवी
टीम की धाकड़ ऑफ स्पिनर अर्चना कहने को सिर्फ स्पिन बॉलर हैं। हाई आर्म एक्शन और लंबी होने की वजह से वह मीडियम पेसर की तरह बॉल करती हैं। बैटिंग के दौरान लोअर ऑर्डर में वह एक महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाती हैं।
फलक नाज
उत्तर प्रदेश की छोटे कद की तेज गेंदबाज फलक नाज लाइन लेंथ के मामले में सबसे प्रभावी गेंदबाज मानी जाती हैं। स्किडी एकशन के साथ वह सभी 6 गेंदें अलग-अलग वैरिएशन के साथ करती हैं।
हर्षिता बसु
घोष के बाद भारत के लिए दूसरा विकेटकीपिंग विकल्प थीं। दस्ताने के साथ इस होनेहार को मौके नहीं मिले, लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि वह न केवल विकेट के पीछे शानदार हैं, बल्कि अपने बल्ले से भी कमाल का प्रदर्शन करने में सक्षम हैं। वह स्कूप शॉट सहित तमाम आधुनिक शॉट्स लगाने में माहिर हैं।
मन्नत कश्यप
एक अन्य बाएं हाथ के स्पिनर कश्यप ने न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में पांच मैचों 11 विकेट लेकर तहलका मचा दिया। इसी आधार पर टीम में सिलेक्शन हुआ था। उन्हें जब भी मौका मिला तो उन्होंने कप्तान को निराश नहीं किया।
शबनम
आंध्र प्रदेश की सिर्फ 15 वर्षीय दाएं हाथ की तेज गेंदबाज को टीम का सबसे टैलेंटेड खिलाड़ी आंका जा रहा है। वह लंबी हैं, उसके पास शानदार रन-अप, हाई-आर्म एक्शन है, और वह अपनी उम्र के हिसाब से अच्छी गति से गेंदबाजी करती हैं। शबनम नई गेंद के साथ बेहद खतरनाक होती हैं। दोनों ओवर स्विंग कराने में माहिर हैं।
सोनम यादव
उत्तर प्रदेश के करिश्माई बाएं हाथ की स्पिनर सोनम किसी भी बल्लेबाज को आउट करने में सक्षम हैं। सोनम अपनी गति को चालाकी से बदलती हैं और विपक्षी टीम के बल्लेबाजों को हैरान करने में सक्षम हैं।
सोनिया मेंधिया
ऋषभ पंत की फैन हरियाणा की बल्लेबाजी ऑलराउंडर सोनिया मेंधिया मध्य क्रम में अच्छी स्ट्राइक-रेट के साथ बल्लेबाजी करती हैं। वह ऑफब्रेक गेंदों से विकेट लेने में तो सक्षम हैं ही ताबड़तोड़ भी करती हैं।
यशाश्री सोपाधांधी
यशाश्री सोपाधांधी दांए हाथ की तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर हैं। यशाश्री ने हैदराबाद के लिए घरेलू क्रिकेट में जबरदस्त प्रदर्शन किया है। इसी के आधार पर उन्हें हर्ले गाला के चोटिल होने पर टीम इंडिया में सिलेक्ट किया गया।
सौम्या तिवारी
इस लाइनअप में सबसे क्लासिकल बल्लेबाज मानी जाती हैं। मध्य प्रदेश की दाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में सर्वाधिक रन बनाने वाली खिलाड़ी थी। तिवारी क्रीज पर जब तक रहती हैं रनों की बौछार होती रहती है।