जानिए, झारखंड की निलंबित आईएएस पूजा ने करोड़ों के कमीशन की काली कमाई कहां लगाई?

Jhankjand News: पल्स कंपनी के बैंक खातों में भी करोड़ों का हेरफेर

Jhankjand News: पल्स कंपनी के बैंक खातों में भी करोड़ों का हेरफेर

रांची. प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम झारखंड की निलंबित आईएएस पूजा सिंघल (IAS Puja Singhal) के भ्रष्टाचार की परत-दर-परत खोल रही है. ईडी ने कोर्ट को बताया कि सिंघल ने अनाधिकृत रूप से दो पैन (स्थायी खाता संख्या) रखे हुए हैं. विकास योजनाओं (Development projects) में भ्रष्ट तरीके से वसूले गए करोड़ों के कमीशन (Commission) को सिंघल ने अपने पति का अस्पताल (Hospital) बनवाने में खर्च किया.

गौरतलब है कि मई 2022 में ईडी ने पूजा सिंघल, उनके पति अभिषेक झा और सीए सुमन कुमार से जुड़ी संपत्तियों की तलाशी ली थी, जिसमें 19.76 करोड़ रुपये बरामद हुए. इसके बाद पूजा और सुमन कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया.

खूंटी के अधिकारियों से साठगांठ करके कमीशन खाया 
इंड‍ि‍यन एक्‍सप्रेस की र‍िपोर्ट के मुताबि‍क, झारखंड हाईकोर्ट में मंगलवार (27 सितंबर 2022) को इस मामले की सुनवाई के दौरान ईडी ने निलंबित आईएएस पूजा सिंघल के खिलाफ के खिलाफ कई आरोप लगाए. ईडी ने कहा कि सिंघल ने राज्य के खजाने से 18.06 करोड़ रुपये का गबन करने के लिए खूंटी जिले के अधिकारियों के साथ साठगांठ की. इसके अलावा 2009 से 2011 के बीच आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक 61.5 लाख रुपये उनके बैंक खाते में जमा हुए.

जांच एजेंसी ने कहा कि आईसीआईसीआई बैंक में उनके खातों में 73.81 लाख रुपये जमा थे. ईडी का दावा है कि इसमें से 61.5 लाख रुपये 2009 और 2011 के बीच जमा किए गए थे. ईडी की अभियोजन शिकायत में यह भी बताया कि झारखंड की खनन सचिव रहीं पूजा सिंघल ने अपने पति अभिषेक झा के रांची स्थित पल्स अस्पताल में आय से अधिक संपत्ति का इस्तेमाल किया. इसमें उनके चार्टर्ड एकाउंटेंट सुमन कुमार ने साथ दिया. सुमन के खिलाफ जुलाई में रांची की एक विशेष अदालत में याचिका दायर की गई थी.

पल्स संजीवनी के बैंक खातों में भी करोड़ों का हेरफेर
एजेंसी ने पल्स संजीवनी के बैंक खातों की भी जांच की. इसके साथ ही आरोप लगाया कि 2012-13 और 2019-20 के बीच कंपनी ने कुल 69.17 करोड़ रुपये का कारोबार दिखाया. हालांकि बैंक खातों में कुल क्रेडिट 163.59 करोड़ रुपये थे. ईडी की शिकायत में कहा गया है कि सिंघल के पति झा ने अपनी कंपनी के जरिए पल्स अस्पताल बनाने के लिए ‘यूनिक कंस्ट्रक्शन’ को 6.19 करोड़ रुपये का भुगतान किया था. ईडी ने एक बयान का हवाला दिया कि अक्षत कात्याल, जिन्होंने अक्टूबर 2019 से जनवरी 2022 तक पल्स अस्पताल के निर्माण की देखभाल की थी, उन्होंने ईडी को बताया कि निर्माण सामग्री की खरीद और मजदूरों को भुगतान के लिए उन्हें 2020 में 2 करोड़ रुपये नकद मिले थे.