भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के चीफ सेलेक्टर चेतन शर्मा ने सनसनीखेज दावे किए हैं जिसको लेकर काफी बवाल मचा है. उन्होंने कई चोटिल खिलाड़ियों को लेकर कहा कि वो फिट होने के लिए इंजेक्शन लेते हैं. चेतन ने हाल ही में एक निजी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में जसप्रीत बुमराह से लेकर विराट कोहली की कप्तानी पर हुए विवाद को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.
भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली के बीच हुए कुछ समय पहले विवाद सामने आया था. इस इंटव्यू में चेतन शर्मा ने एक बार इस पुरानी कॉन्ट्रोवर्सी को ज़िंदा कर दिया.
‘खुद को खेल से बड़ा समझने लगे थे कोहली’
दरअसल, साल 2021 के आखिरी महीने में साउथ अफ्रीका दौरे से पहले विराट कोहली को एकदिवसीय टीम की कप्तानी से हटाने के बाद यह विवाद शुरू हुआ था. सौरव गांगुली ने कहा था कि कोहली से कप्तानी छोड़ने को लेकर बात की गई थी, लेकिन कोहली ने उनकी बातों को झूठा बताया था जिसके बाद काफी बवाल मचा था.
बता दें कि कोहली ने सितंबर 2021 में पहले टी-20 फ़ॉर्मेट की कप्तानी छोड़ी थी जिसके बाद दिसंबर में कोहली से एकदिवसीय फ़ॉर्मेट की कप्तानी छीने जाने के बाद खूब हंगामा हुआ था. तब बीसीसीआई बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष सौरव गांगुली ने दावा किया था कि उन्होंने कोहली को सितंबर में टी-20 की कप्तानी छोड़ने से पहले दोबारा इस फैसले पर सोचने के लिए कहा था. लकिन, बाद कोहली ने प्रेस कांफ्रेस में इस दावे को ख़ारिज करते हुए बताया कि उन्हें किसी ने नहीं रोका.
इसी के बाद इन दोनों को लेकर विवाद की स्थिति बन गई थी. उस समय भी बीसीसीआई के चीफ सिलेक्टर चेतन शर्मा ही थे. चेतन ने अब एक स्टिंग ऑपरेशन में इस मामले को लेकर कोहली पर गंभीर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने गांगुली को सुना नहीं था. उनका कहना है कि गांगुली ने विराट से कप्तानी को लेकर बात की थी.
चेतन शर्मा के अनुसार, ‘विराट कोहली को लगा कि बीसीसीआई अध्यक्ष के कारण उनसे कप्तानी छीनी गई, जबकि सेलेक्शन कमेटी की वीडियो कांफ्रेंसिंग में 9 लोग थे. गांगुली ने तब उन्हें बोला होगा, एक बार फिर सोच लो. मुझे लगता है कि कोहली ने यह बात नहीं सुनी होगी. मेरे साथ तब 9 और लोग थे.’
मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा ने साफ तौर पर कहा कि कोहली ने साउथ अफ्रीका दौरे से पहले प्रेस कांफ्रेस में जानबूझकर इस मुद्दे को उठाया. चेतन का आरोप है कि कोहली ने उस प्रेस कांफ्रेंस में कप्तानी का मुद्दा क्यों उठाया, जबकि वह साउथ अफ्रीका दौरे को लेकर थी. सच ये है कि कोहली झूठ बोल रहे थे. गांगुली ने उनसे दोबारा सोचने के लिए कहा था. कोहली ने झूठ क्यों बोला अब ये नहीं पता, हालांकि यह विवाद बोर्ड बनाम खिलाड़ी का बन गया था.
फिट रहने के लिए खिलाड़ी लेते हैं इंजेक्शन
स्टिंग ऑपरेशन के दौरान चेतन शर्मा यहीं नहीं रुके. उन्होंने खिलाड़ियों के फिटनेस को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.
उनका आरोप है कि अनफिट खिलाड़ी खुद को पूरी तरह से फिट दिखाने के लिए फेक इंजेक्शन लेते हैं. उन्हें टीम से बाहर होने का खतरा रहता है. चेतन ने आरोप लगाया कि खिलाड़ी डॉक्टरों को बुलाकर ऐसे इंजेक्शन लेते हैं, जिसे डोप टेस्ट में पकड़े जाने से बच जाएं.
जसप्रीत बुमराह को लेकर चेतन ने दावा किया कि उनकी चोट बहुत बड़ी है. एक और मैच खेलते तो पूरे साल के लिए टीम से बाहर हो जाते. कोई भी खिलाड़ी टीम में आने के बाद जगह छोड़ना नहीं चाहता है. इसके लिए कई बार पूरी तरह से फिट नहीं होने के बावजूद इंजेक्शन के द्वारा खुद को फिट बताते हैं. चेतन ने यह भी बताया कि संजू सैमसन के चयन को लेकर बीसीसीआई सेलेक्टर्स बहुत दबाव में हैं.
क्या बीसीसीआई चेतन शर्मा पर लेगी एक्शन?
वहीं समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई इस मामले पर गंभीरता से गौर कर रहा है, क्योंकि नेशनल सेलेक्टर्स बोर्ड के अनुबंध से जुड़े होते हैं. उन्हें मीडिया से बात करने की इजाजत नहीं होती है.
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि “बीसीसीआई सचिव जय शाह चेतन के भविष्य का फैसला करेंगे. सवाल यह उठता है कि टी20 कप्तान हार्दिक पंड्या और एकदिवसीय और टेस्ट कप्तान रोहित शर्मा यह सब जानते हुए चेतन के साथ आंतरिक चर्चाओं का खुलासा करेंगे, क्या उनके साथ चयन बैठक में बैठना चाहेंगे?”