Rajasthan news : राजस्थान के कोटा शहर में चार लोगों को घायल करने वाला पैंथर शनिवार शाम तक ट्रेकुलाइज किया जा सका। जांच पड़ताल में सामने आया है कि पैंथर 9 अक्टूबर से शहर की सीमा में दाखिल हो गया था।
कोटा: राजस्थान के कोटा शहर में शनिवार को एक पैंथर ने सड़कों पर दहशत बनाए रखी। आबादी क्षेत्र में घुसे पैंथर ने इस दौरान चार लोगों को घायल भी कर दिया। रविवार को इस खूंखार पैंथर को लेकर चौंकाने वाली सूचना मिली है। दरअसल शनिवार की सुबह सवा 5 से पौने 6 बजे के बीच शिकारी वन्यजीव पैंथर नए कोटा शहर में लगे CCTV कैमरों में कैद हुआ था। बताया जा रहा है यह वही पैंथर है, जिसने कोटा शहर के महावीर नगर विस्तार योजना में चार लोगों पर जानलेवा हमला कर उन्हें बुरी तरह से जख्मी करने के बाद इलाके में डर का माहौल बना दिया था।
9 अक्टूबर से शहर की सीमा में हुआ था दाखिल
जांच पड़ताल में सामने आया है कि पैंथर 9 अक्टूबर से शहर की सीमा में दाखिल हो गया था। और इसका आना-जाना मुकंदरा टाइगर रिजर्व के बफर जोन चंबल नदी के किनारे से हो रहा था। इस जानकारी के सामने आने के बाद अब वन विभाग की मॉनिटरिंग पर भी सवाल उठ रहा है। यह पूछा जा रहा कि अक्टूबर में शहर की सीमा में घूम रहे पैंथर की वन विभाग की ओर से किस तरह से ट्रेकिंग (निगरानी) की जा रही थी, उसे पहले ही क्यों दोबारा मुकंदरा टाइगर रिजर्व की ओर क्यों नहीं ले जाया गया? मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में मुकंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में करीब 80 से ज्यादा पैंथर का रहवास है। फिर भी इस तरह की लापरवाही चौंकाने वाली है।
मिली जानकारी के अनुसार पैंथर कोटा यूनिवर्सिटी के परिसर उसके आसपास भी देखा गया था। जहां से इसके फुटप्रिंट, इसके बाल भी मिले थे। इसका मूवमेंट कुछ दिन खड़े गणेश मंदिर के आसपास भी रहा था। जब यह जंगल का रास्ता भटका, तो शहरी सीमा में दाखिल हुआ, जिसे चार लोगों को घायल किए जाने के बाद आखिरकार पकड़ लिया गया।
मॉर्निंग वॉक करने पहुंचे लोगों के पीछे मौत बनकर दौड़ा
बताया जा रहा है कि शनिवार को मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों के सामने पैंथर मौत बनकर दौडा। सुबह सेहत के लिए ताजी हवा लेने घर से निकले लोगों की इस दौरान जान का दुश्मन पैंथर बना गया। लोगों ने इधर-उधर दौड़ कर छिपकर अपनी जान की हिफाजत की। फिलहाल वन विभाग ने ट्रेंकुलाइज कर पकड़े 8 साल की उम्र के इस पैंथर को कुछ दिन के लिए कोटा अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क में रखा है। बाद में इसे मुकंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में शिफ्ट किया जाएगा।