कोविड-19: दिसंबर में 500 नमूनों की हुई जीनोम सीक्वेंसिंग, बीते 24 घंटे में देश में मिले 226 नए कोरोना मामले

सूत्रों के मुताबिक मिश्रा को चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, ब्राजील समेत कुछ देशों में कोरोना मामलों में वृद्धि के साथ वैश्विक परिदृश्य से अवगत कराया गया।

देश में कोरोना के मामले

दुनियाभर में कोरोना मामलों के बढ़ने के बाद दिसंबर में देशभर से 500 नमूनों को जीनोम सीक्वेंसिंगग के लिए भेजा गया है। उच्च स्तरीय कोरोना समीक्षा बैठक में शनिवार को यह जानकारी सामने आई। पीएम के प्रधान सचिव पीके मिश्रा की अध्यक्षता में हुई बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों व विशेषज्ञों ने देश में कोरोना हालात और पीएम के 22 दिसंबर को जारी निर्देशों के अनुपालन की समीक्षा की ।

बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि वाणिज्य मंत्रालय को चीन को औषधीय उत्पादों और उपकरणों के निर्यात की निगरानी करने के लिए कहा गया है। सूत्रों के मुताबिक मिश्रा को चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, ब्राजील समेत कुछ देशों में कोरोना मामलों में वृद्धि के साथ वैश्विक परिदृश्य से अवगत कराया गया।
उन्हें बताया गया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने 23 दिसंबर को राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ वर्चुअल समीक्षा बैठक की थी। इसमें कोविड-उपयुक्त व्यवहार के बारे में जागरूकता बढ़ाने, निगरानी को मजबूत करने, देशभर में परीक्षण में तेजी लाने और कोरोना वायरस एहतियाती खुराक लेने पर ध्यान केंद्रित किया गया था।
21097 अस्पतालों ने मॉकड्रिल में हिस्सा लिया 
मिश्रा को यह भी बताया गया कि पीएम के निर्देशानुसार देशभर के अस्पतालों में 27 दिसंबर को मॉक ड्रिल की गई। इसमें 21,097 अस्पतालों ने हिस्सा लिया।

बीते 24 घंटे में देश में मिले 226 नए कोरोना मामले
नई दिल्ली। देश में बीते 24 घंटों में शनिवार को 226 नए कोरोना मामले मिले हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में कुल 3,653 सक्रिय कोरोना मामले हैं। 2020 से अब तक देश के कुल मामलों की संख्या 4,46,78,384 हो गई। वहीं, 4,41,44,029 मरीज ठीक हुए। इनमें पिछले 24 घंटों में 179 लोग ठीक हुए। देश में कोरोना से अब तक कुल 5,30,702 लोगों की मौत हुई है।

भारत में सबसे पहले मिला एक्सबीबी.1.5 स्वरूप अब अमेरिका में तेजी से बढ़ रहा
अमेरिका में कोविड-19 के नये मामलों में से 40 फीसदी का जिम्मेदार ओमिक्रोन का सह-प्रारूप एक्सबीबी.1.5 है। अमेरिकी अखबार द हिल ने यह दावा नियंत्रण व रोकथाम के लिए बने केंद्रों के हवाले से किया। एक्सबीबी और एक्सबीबी.1 की पहचान सबसे पहले भारत में हुई थी। कुछ वैज्ञानिकों ने न्यूयॉर्क में एक्सबीबी.1.5 में म्यूटेशन की आशंका जताई है।