कोविड: 200 करोड़ वैक्सीन डोज़ का आंकड़ा पार, WHO ने कहा- महामारी के प्रभाव को कम करने का सबसे बड़ा सबूत

नई दिल्ली. भारत में कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए शुरू किए गए टीकाकरण अभियान में अहम उपलब्धि हासिल हुई है. लोगों की दी गईं खुराकों की संख्या रविवार को 200 करोड़ के आंकडे़ को पार कर गई. इस ऐतिहासिक मुकाम के लिए दुनिया भर से भारत के लिए बधाई संदेश आ रहे हैं.  विश्व स्वास्थ्य संगठन दक्षिण-पूर्व एशिया ने कहा कि ये देश की प्रतिबद्धता और महामारी के प्रभाव को कम करने के प्रयासों का एक और सबूत है. उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस उपलब्धि को गर्व का क्षण बताया है.

 15-18 वर्ष के बीच के 82 प्रतिशत किशोरों को भी टीके की एक खुराक दी जा चुकी है (फाइल फोटो)

विश्व स्वास्थ्य संगठन दक्षिण-पूर्व एशिया की रीज़नल डायरेक्टर डॉक्टर पुनम ने भारत को इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए कहा, ‘200 करोड़ कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए मैं भारत को बधाई देती हूं. ये देश की प्रतिबद्धता और महामारी के प्रभाव को कम करने के प्रयासों का एक और सबूत है.

गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, ‘ 200 करोड़ वैक्सीन सिर्फ डेढ़ साल में…यह पीएम के नेतृत्व में न्यू इंडिया की इच्छाशक्ति और ताकत को दर्शाता है. मैं अपने वैज्ञानिकों, डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मचारियों और टीकाकरण अभियान से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति को सलाम करता हूं.’

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, ‘अपने प्राणों की परवाह किए बिना लगातार मरीजों के इलाज में जुटे रहे देश के सभी स्वास्थ्य कर्मियों के सेवाभाव को कृतज्ञ नमन.’

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 98 प्रतिशत वयस्क आबादी को टीके की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है, जबकि 90 प्रतिशत लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि भारत ने फिर से इतिहास रच दिया है. उन्होंने कहा कि भारत के लोगों ने विज्ञान पर भरोसा दिखाया है और देश के चिकित्सकों, नर्सों, अग्रिम मोर्चे के कर्मियों तथा वैज्ञानिकों ने सुरक्षित पृथ्वी सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाई है. प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘मैं उनकी भावना और दृढ़ निश्चय की सराहना करता हूं. भारत ने फिर से इतिहास रच दिया. टीके की 200 करोड़ खुराक के विशेष आंकड़े को पार करने के लिए सभी भारतीयों को बधाई. भारत के टीकाकरण अभियान को व्यापक बनाने में अद्वितीय योगदान देने वालों पर गर्व है. इसने कोविड-19 के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत किया है.’

आंकड़ों के अनुसार, 15-18 वर्ष के बीच के 82 प्रतिशत किशोरों को भी टीके की एक खुराक दी जा चुकी है जबकि 68 प्रतिशत किशोरों को दोनों खुराकें मिल चुकी हैं. इस आयु वर्ग के लिए टीकाकरण अभियान तीन जनवरी से शुरू हुआ.