सोलन के कृष्ण मंदिर में चक्रधर स्वामी जयंती धूम धाम से मनाई गई | इस मौके पर मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया | सैकड़ों दिए भी इस मौके पर कृष्ण भक्तों ने मंदिर के प्रांगण में जलाए | गीता पाठ से जयंती समारोह का आगाज हुआ। यह जानकारी मंदिर कमेटी के अध्यक्ष राजीव कोहली ने मीडिया को दी | उन्होंने बताया कि चक्रधर स्वामी ने धरती पर जीवों के उद्धार के अवतार लिया था | उन्होंने कहा कि वह गीता के उपदेशों को जन जन तक पहुंचाते थे | यह परम्परा अभी तक जारी है |
इस मौके पर मंदिर कमेटी के अध्यक्ष राजीव कोहली ने बताया कि आज चक्रधर स्वामी की जयंती को धूम धाम से मनाया जा रहा है | उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के चलते मंदिर में गिने चुने भगत ही इस जयंती में भाग ले पाए है | उन्होंने बताया कि आज मंदिर में भगतों द्वारा आठ सौ दिए जलाए गए है क्योकि उनके स्वामी आज से आठ सौ वर्ष पहले धरती पर आए थे | उन्होंने कहा कि यह जयंती पंजाब महाराष्ट्र और समूचे भारत में धूमधाम से मनाई जा रही है और प्रत्येक मंदिर में आठ सौ दिए जला कर उन्हें स्मरण किया जा रहा है |