Kufri Jyoti potato seed of Lahaul Spiti reached with Agriculture Department

कृषि विभाग के पास पहुंचा लाहौल स्पीति का कुफरी ज्योति आलू का बीज

हमीरपुर में पहाडी आलू की डिमांड ज्यादा होने पर इस बार कृषि विभाग ने किसानों के लिए कुफरी ज्योति आलू का बीज उपलब्ध करवाया है ताकि लाहौल स्पिति में पैदा होने वाला आलू अब निचले क्षेत्रों में भी उग सके। वहीं किसानों की डिमांड के चलते कृसि विभाग ने भी दो सौ किवंटल बीज मुहैया करवाया है और लाहौल स्पिति के कुफरी ज्योति आलू का बीज लेने के लिए किसान भी काफी दिलचस्पी दिखाते हुए आलू की फसल का उत्पादन करने के लिए उत्सुक है। बता दे कि लाहौल स्पिति का पहाडी आलू कम पानी वाली जमीन में भी अच्छी पैदावार देता है इसलिए हमीरपुर में कम पानी वाली जगह पर भी इसकी पैदावार किसान कर सकेंगे।

आपको बता दे कि हमीरपुर कृषि विक्रय केंद्रो में लाहौल स्पिति का कुफरी ज्योति आलू का करीब 170 क्विंटल बीज पहुंच गया है। किसानों को बीज पर दोसौ रूप्ये प्रति किवंटल  सबसिडी मुहैया करवाई जा रही है। लाहौल का मशहूर कुफरी ज्योति आलू बीज कम पानी में तैयार होने वाली फसल की हमीरपुर में ज्यादा डिमांड है। आलू की फसल 85 से 90 दिनों में तैयार होती है। किसान एक हेक्टेयर में 25 क्विंटल बीज से 200 से 250 क्विंटल की पैदावार हासिल कर सकता है। उक्त बीज सबसे बढिया वैरायटी में गिना जाता है। कम समय में तैयार होने वाली फसल को लेकर आलू की फसल को लेकर किसान काफी उत्साहित हैं।

किसान मनोज, रजत का कहना है कि कृसि विभाग के द्वारा पहाडी आलू का बीज दिया जा रहा है जिसे समय पर बीजकर अच्छा उत्पादन होने की उम्मीद है। किसानों ने विभाग का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आलू की नई फसल के लिए किसान भी काफी उत्सुक है और सबसिडी पर बीज मिल रहा है।

कृषि बीज विक्रय केन्द्र के इंचार्ज एवं प्रसार अधिकारी अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि पहाडी आलू का बीज उपयुक्त है और कम पानी में अच्छा उत्पादन देता है । उन्होंने बताया कि किसानों का अनुदान पर बीज मुहैया करवाया जा रहा है जिससे किसानों का भी आसानी से बीज मिल रहा है।

हमीरपुर जिला कृषि उपनिदेशक जीत सिंह ने बताया कि आलू की बीजाई दिसंबर माह में की जाएगी और इस बार किसानों की डिमांड के चलते लाहौल स्पिति से पहाडी आलू का बीज मगंवाया गया है जिसके किसानों को दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह बीज कम पानी वाली जमीन में भी बढिया उत्पादन देता है और इसी  के चलते सबसिडी देकर किसानों को बीज वितरित किया जा रहा है।