बागबान पहले सेब बेचने के लिए बाहरी राज्यों की मंडियों में जाते थे | लेकिन वहां उनके साथ लूट खसूट और ढग्गी बेहद ज़्यादा होने लग गई थी | जिसके चलते हिमाचल में मंडियों का निर्माण किया गया | यहाँ की सेब मंडियों में हिमाचल के बागबान अपनी फसल लेकर पहुंचते हैं और वह अपनी फसल आढ़ती को देते है जिसे आढ़ती कमीशन लेकर उसे आगे बाहरी राज्यों से आने वाले लदानियों को बेचते है | लेकिन कुछ वर्षों से बाहरी राज्यों से कुछ लदानी आढ़तियों से सेब तो खरीद कर ले गए लेकिन उन्हें उसकी कीमत अभी तक नहीं मिली है | अब उन से सम्पर्क भी नहीं आ रहा है | आप को बता दें कि सोलन सेब मंडी में करीबन 23 आढ़ती है और करीबन सभी के करोड़ों रूपये इसी तरह से फंसे है | गौर तलब यह है कि यह इसकी शिकायत कई बार पुलिस में कर चुके है लेकिन अभी तक आढ़तियों के साथ धोखा करने पर दोषी लदानियों के खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं हो पाई है | यह जानकारी सोलन के आढ़तियों ने मीडिया को दी |
आढ़तियों का कहना है कि किसान के पैसे न मरे इसको लेकर तो एसआईटी बना दी गई है लेकिन आढ़तियों के लिए ऐसी कोई एस आई टी का गठन नहीं किया गया है | अगर यह कमेटी आढ़तियों के लिए बनाई जाती तो न उनका पैसा फंसता और न ही बागबानों को कोई दिक्क्त आती | उन्होंने बताया कि बाहरी राज्य से आया लदानी उनसे करीबन 37 लाख रूपये के सेब ले कर अचानक रात को गायब हो गया | अब वह न फोन उठा रहा है और न ही स्पष्ट कर रहा है कि वह उनका भुगतान कब करेगा | उन्होंने बताया कि इस तरह और आढ़ती भी ढग्गी का शिकार हुए हैं | एक माह में करीबन 70 लाख रूपये का चूना आढ़तियों को लग चुका है | उन्होंने रोष प्रकट करते हुए कहा कि इस घटना की शिकायत वह पुलिस में भी कर चुके है लेकिन अभी तक दोषी लदानियों के खिलाफ एफआईआर तक दर्ज नहीं हुई है | इस लिए वह प्रदेश सरकार से गुहार लगाते है कि प्रदेश सरकार जिस तरह किसानों के हितों की रक्षा कर रही है उसी तरह वह आढ़तियों का भी ख्याल रखे
वहीँ एपीएमसी के सचिव आर के शर्मा ने बताया कि उन्हें भी आढ़तियों द्वारा शिकायत मिली है जिसमे उनके साथ कुछ लदानी ढग्गी कर यहाँ से फरार हो गए है | यह सभी आढ़ती इसकी शिकायत जहाँ मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को कर रहे है वहीँ उन्होंने इसके बारे में किसानों के लिए बनी एसआईटी को भी सूचित किया है | उन्होंने कहा कि आढ़तियों का पैसा न मरे इसको लेकर एपीएमसी भी अपने स्तर पर कार्रवाई अमल में ला रही है |
2020-10-08