Lalan Singh question on media: बिहार उपचुनाव में प्रचार के दौरान जेडीयू के अध्यक्ष ललन सिंह मीडिया को बिकाऊ कहकत संबोधित करते देखे जा रहे हैं। गौर करने वाली बात यह है कि उनकी पार्टी के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना में मीडियाकर्मियों के सामने हाथ जोड़कर अपने पक्ष में खबरें चलाने को कह रहे हैं।
पटना: बिहार में चुनावी बयार भले बह रही हो, लेकिन जेडीयू के अध्यक्ष ललन सिंह के दिलो दिमाग पर फगुनाहट की बयार अभी भी बह रही है। जहां एक ओर राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हाथ जोड़ मीडिया का अभिनंदन कर रहे हैं, वहीं ललन सिंह मीडिया को बिकाऊ कहकर जनता को यह समझा रहे हैं कि इनकी बात का भरोसा न करें। हैरतंगेज बात तो यह है कि मीडिया पर हमला करने वाले यह बताने की जुर्रत नहीं कर रहे हैं कि खरीददार कौन है? जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह शायद यह भूल गए हैं कि नीतीश कुमार के कार्यकाल में प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम आई थी। और तब जस्टिस काटजू ने क्या क्या कहा था? बहरहाल, राजनीत में जब जब ललन सिंह प्रेशर में आते हैं तो ऐसे बयानों से भड़ास मिटाने की आदत है। इसके पहले भी ललन सिंह ने पत्रकारों पर हमला करते हुए कहा था कि पत्रकारों को शराब नहीं मिलता है इसलिए विरोध में लिखते हैं।
याद होगी वह घड़ी जब नीतीश कुमार से मतभेद के कारण कांग्रेस की शरण में जाने वाले ललन सिंह ने तब नीतीश कुमार पर हमला बोलते कहा था कि नीतीश कुमार के पेट में कहां कहां दांत है हम जानते हैं। और वहीं ललन सिंह आज नीतीश कुमार की कशीदाकारी में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। राजनीतिक जगत में एक जो उक्ति है कि राजनीति में न तो सदा के लिए दोस्त होता है न सदा के लिए दुश्मन। इसके सबसे सटीक उदाहरण है ललन सिंह।