एक्टर और फिल्ममेकर गुरु दत्त की बहन ललिता लाजमी का 90 साल की उम्र में निधन हो गया। मशहूर पेंटर रहीं ललिता लाजमी फिल्म ‘तारे जमीन पर’ में एक कैमियो में नजर आई थीं। ललिता लाजमी को जिंदगीभर एक बात का पछतावा रहा और टीस हमेशा सालती रही। आखिर क्या थी वह बात?
मशहूर दिवंगत एक्टर गुरु दत की बहन और पेंटर ललिता लाजमी अब इस दुनिया में नहीं हैं। 13 फरवरी को उनका 90 साल की उम्र में निधन हो गया। ललिता लाजमी ने आमिर खान स्टारर ‘तारे जमीन पर’ में काम किया था। ललिता लाजमी के निधन की दुखभरी खबर जहांगीर निकोल्सन आर्ट फाउंडेशन ने सोशल मीडिया पर दी।
फाउंडेशन ने Lalita Lajmi और उनकी बनाई पेंटिंग की एक तस्वीर शेयर कर इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘हमें यह बताते हुए बहुत दुख हो रहा है कि पेंटर ललिता आजमी नहीं रहीं। उन्होंने कहीं से कोई ट्रेनिंग नहीं ली थी। ललिता लाजमी की क्लासिकल डांस में काफी दिलचस्पी थी।’
गुरु दत्त को न बचा पाने का था पछतावा
ललिता लाजमी के निधन से फैन्स को भी बड़ा झटका लगा है और वो पेंटर-एक्ट्रेस को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। ललिता लाजमी को ताउम्र इस बात का पछतावा रहा कि वह भाई गुरु दत्त को बचा नहीं सकीं। इसका खुलासा लेखक यासिर उस्मान ने हाल ही टाइम्स लिटफेस्ट के दौरान किया। यासिर उस्मान यहां गुरु दत्त पर लिखी अपनी किताब Guru Dutt: An Unfinished Story के बारे में बात कर रहे थे। तब उन्होंने कहा, ‘इस किताब के लिए रिसर्च के दौरान, गुरु दत्त की बहन ने मुझे बताया कि वो उन्हें बचा सकते थे। वो (गुरु दत्त) मदद के लिए रो रहे थे। वह उनसे बात नहीं कर रहे थे। यही ललिता लाजमी और उनके भाई गुरु दत्त की जिंदगी में सबसे बड़ा पछतावा रहा।’
गुरु दत्त की मौत का रहस्य
गुरु दत्त की 10 अक्टूबर 1964 में मौत हो गई थी। मुंबई के पेडर रोड स्थित घर में गुरु दत्त की लाश मिली थी। बताया जाता है कि गुरु दत्त की मौत अधिक शराब पीने और नींद की गोलियां खाने की वजह से हुई थी। पर आज भी गुरु दत्त की मौत की गुत्थी अनसुलझी ही है।