मूसलाधार बारिश से शनिवार सुबह चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे हिमाचल प्रदेश के मंडी से पंडोह के बीच करीब आठ घंटे तक बंद रहा। तीन जगह पहाड़ी से मलबा और पत्थर गिरने के कारण सुबह 4 बजे से दोपहर 12 बजे तक हाईवे बाधित रहा।
मूसलाधार बारिश से शनिवार सुबह चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे हिमाचल प्रदेश के मंडी से पंडोह के बीच करीब आठ घंटे तक बंद रहा। तीन जगह पहाड़ी से मलबा और पत्थर गिरने के कारण सुबह 4 बजे से दोपहर 12 बजे तक हाईवे बाधित रहा। इसके अलावा 12 अन्य मार्गों पर भी पहिए थमे रहे। द्रंग की ग्राम पंचायत शकरयार के वलवांद बुंगा गांव में दो गोशालाएं भूस्खलन की चपेट में आ गईं। इससे 26 मवेशियों (छह गाय, 20 बकरियां) की दबकर मौत हो गई। कटौला में पंचायत घर का डंगा भी गिर गया है। पंचायत उपप्रधान शिव चंद ने कहा कि सुबह तेज बारिश के कारण डंगा धंस गया है।
करीब आधा दर्जन ट्रांसफार्मर भी बंद पड़े हैं। इससे बिजली आपूर्ति बुरी तरी से प्रभावित है।कुल्लू-मनाली एनएच बंद रहने से दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई हैं। जिला प्रशासन ने चंडीगढ़ से कुल्लू-मनाली की तरफ जाने वाले छोटे वाहनों को वाया कटौला भेजा। दूसरी तरफ कुल्लू-मनाली से आ रहे छोटे वाहनों को पंडोह से वाया गोहर-चैलचौक भेजा गया। बता दें कि यहां पर फोरलेन निर्माण के लिए पहाड़ियों की कटिंग की जा रही है।
इस कारण आए दिन मलबा गिरने की घटनाएं सामने आ रही हैं। ग्राम पंचायत शकरयार की प्रधान कौशल्या देवी ने बताया कि गोशालाएं ढहने से दोनों भाइयों को लाखों का नुकसान हुआ है। घटना में चमन लाल की दो गाय और 20 बकरियां तथा गायत्री दत्त की चार गाय मलबे में दब कर मर गईं। हलका पटवारी शिव राम ने बताया कि नुकसान की रिपोर्ट अधिकारियों को भेज दी जाएगी। वहीं, एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने कहा कि करीब आठ घंटे बाद कुल्लू-मनाली एनएच को बहाल कर दिया गया है।