Lay off news: बॉस हो तो ऐसा, छंटनी के ऑर्डर पर साइन करते हुए रोने लगा सीईओ, वायरल हो रहा वीडियो

दुनिया पर मंदी (Recession) के काले बादल मंडरा रहे हैं। दुनिया की सबसे बड़ी इकॉनमी अमेरिका (USA) भी इससे अछूती नहीं है। इससे वहां कर्मचारियों की छंटनी शुरू हो गई है। इस बीच वहां के एक सीईओ (CEO) का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें वह छंटनी करते समय रो रहे हैं।

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नई दिल्ली: अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों में मंदी (Recession) की आहट दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। अमेरिका में लगातार दो तिमाहियों में जीडीपी (US GDP) में गिरावट आई है। तकनीकी रूप से इसे मंदी कहा जाता है। भले ही औपचारिक रूप से अभी इसे स्वीकार नहीं किया गया है लेकिन दुनिया की बड़ी कंपनियों को भी इसका आभास हो गया है। यही वजह है कि वे बड़े पैमाने पर छंटनी (lay off) कर रही हैं। इस बीच अमेरिका की एक कंपनी के सीईओ का वीडियो सोशल मीडिया (CEO’s crying video) पर काफी वायरल हो रहा है। कर्मचारियों की छंटनी पर कलम चलाते हुए उसके आंसू निकल आए हैं। उसने खुद इस वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर किया है।

यह वीडियो अमेरिकी के ओहियो की मार्केटिंग एजेंसी HyperSocial के सीईओ ब्रैडेन वालेक (Braden Wallake) का है। वालेक इस बात को अच्छी तरह समझते हैं कि नौकरी जाने का क्या मतलब है। यही वजह है कि स्टाफ की छंटनी के ऑर्डर पर साइन करते हुए उनके आंसू निकल आए। वालेक ने रोते हुए अपनी तस्वीर को लिंक्डइन पर पोस्ट किया है। वालेक ने साथ ही लिखा, ‘मुझे आज सबसे कठिन काम करना पड़ा। मैंने इस छंटनी का फैसला फरवरी में लिया था लेकिन लंबे समय तक इसे रोके रखा।’

बड़े पैमाने पर छंटनी
पिछले कुछ समय से कई बड़ी कंपनियों में बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी की है। चीन की दिग्गज कंपनी अलीबाबा ने जून तिमाही में 10,000 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया। उससे पहले रेवेन्यू के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी वॉलमार्ट (Walmart) ने 200 लोगों को नौकरी ने निकाल दिया था। भारत में भी स्टार्टअप कंपनियां साल के पहले छह महीने में करीब 12,000 कर्मचारियों को निकाल चुकी हैं। साल खत्म होते-होते यह संख्या 60 हजार के पार पहुंच सकती हैं।

ओला (Ola), ब्लिंकिट (Blinkit), बायजूस (Byju’s), अनएकेडमी (Unacademy), वेदांतू (Vedantu), कार्स24 (Cars24), मोबाइल प्रीमियर लीग (Mobile Premier League), लीडो लर्निंग (Lido Learning), एमफाइन (Mfine), ट्रेल (Trell), फारआई (farEye), फरलैंको (Furlanco) और कई दूसरी कंपनियां इस साल अब तक हजारों कर्मचारियों की छंटनी कर चुकी हैं। एडटेक और ई-कॉमर्स कंपनियां आगे भी हजारों कर्मचारियों को निकालने की तैयारी कर रही हैं।

क्यों हो रही है छंटनी
Hurun India के एमडी और चीफ रिसर्चर अनस रहमान जुनैद के मुताबिक ग्लोबल इकॉनमी को लेकर कुछ आशंकाएं हैं जिसके कारण भारतीय स्टार्टअप कंपनियों के वैल्यूएशन और पूंजी जुटाने की क्षमता प्रभावित हो सकती है। दुनिया की सबसे मूल्यवान एडटेक कंपनी बायजूस (Byju’s) ने 2500 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी की है। लॉकडाउन के दौरान एडटेक सर्विसेज की मांग में भारी तेजी आई थी लेकिन अब इनकी डिमांड में काफी गिरावट आई है। हाल के महीनों में इस सेक्टर की कंपनियों ने हजारों कर्मचारियों को निकाला है।