बिहार के भागलपुर कजरैली के गुंजेश गुंजन ने नौकरी छोड़कर खेती-बाड़ी शुरू की। उन्होंने पहली बार जिले में हाइब्रिड पपीते की खेती की। उन्होंने अपने खेत में रेड लेडी वेरायटी के पपीते उगाए। इससे काफी फायदा होने पर उन्होंने कई वेरायटी के तरबूज, स्ट्राबेरी की खेती शुरू की। इसमें फायदा होने के बाद उन्होंने जुकीनी की फसल अपने खेतों में लगाया है।
इसके लिए बीज दिल्ली से मंगाया है। उन्हें इसकी प्रेरणा हिमाचल प्रदेश के एक किसान से मिली। यह पीले रंग का खीरा की तरह होता है। इसकी सब्जी बनती है। यह लोगों के शरीर के लिए काफी फायदेमंद है। उन्होंने पाली हाउस तैयार कर चार रंग के शिमला मिर्च की खेती शुरू की।
वाट्सएप ग्रुप पर देखा जुकीनी
पपीते की खेती को लेकर गुंजेश गुंजन का पुणे के एक फार्म हाउस आना-जाना होता है। गुंजन ने कई राज्यों के किसानों को साथ लेकर एक वाट्सएप ग्रुप चला रहे है। उस ग्रुप में हिमाचल प्रदेश के एक किसान ने खीरा की तरह दिखने वाली फसल को डाला।
गुंजन ने उस किसान से फसल के संबंध में जानकारी ली तो बताया गया कि यह जुकीनी है और इसकी सब्जी बनती है। इसके बाद उन्होंने गुगल पर जुकीनी के संबंध में पूरी जानकारी ली और बीज ऊर्जा सीड कंपनी से 20 हजार रुपये किलो की दर पर आधा किलो मंगाया।
गुंजन के खेत में जुकीनी लहलहा रही है। इसे चप्पन कद्दू भी कहा जाता है। फिल्म स्टार इसे खूब पसंद करते हैं।
80 रुपये किलो बिक रहा
गुंजेश के खेत से ही 80 रुपये किलो जुकीनी बिक जा रहा है। बाजार में यह सौ रुपये किलो तक बिकता है। छोटे साइज के जुकीनी का लोग सलाद के रूप में इस्तेमाल करते हैं। ग्रीन सलाद लोग खूब पसंद करते हैं। एक-सवा किलो के होने पर इसका सब्जी के रूप में इस्तेमाल होता है।
लोग कद्दू या कदीमा की सब्जी की तरह बनाकर लोग खाते हैं। इसको फ्राइ कर खाने में काफी स्वादिष्ट लगता है। गुंजेश गुंजन ने बताया कि जुकीनी की खेती फायदेमंद है। इसका इस्तेमाल हर तरह से किया जा सकता है। सब्जी, चक्का, पकौड़ा, सलाद आदि के रूप में होता है।
शरीर के लिए फायदेमंद जुकीनी
देसी दवाखाना के वैद्य देवेंद्र गुप्ता के अनुसार शरीर के वजन को कम करने में जुकीनी काफी लाभप्रद है। इसमें फाइबर भरपूर मात्रा में पाई जाती है। इसके खाने के बाद काफी देर तक भूख का एहसास नहीं होता है।
जुकनी को सब्जी या सूप के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। यह हृदय का स्वस्थ रखता है। इसमें बीटा-कैरोटीन नामक पोषक तत्व पाए जाते हैं। एंटी आक्सीडेंट कोशिकाओं को आक्सीडेटिव स्ट्रेस से सुरक्षा प्रदान करता है।
इसका सेवन काफी फायदेमंद
इसका सेवन आंखों के लिए फायदेमंद होता है। इसमें ल्यूटिन व जेक्सैथीन जैसे तत्व हैं। इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है, जो मधुमेह के लिए लाभकारी है। फाइबर की मात्रा अधिक होने के कारण शरीर में बढ़ते कोलेस्ट्राल को कम करता है।
पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। कब्ज से छुटकारा मिलता है। इसके सेवन से इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होता है। इसमें पोटेशियम रहने से उच्च रक्तचाप नियंत्रित रहता है। विटामिन सी भरपूर रहने की वजह से त्वचा को खूबसूरत बनाए रखता है।
कजरैली के गुंजेश गुंजन सफल किसान हैं। वे जुकीनी की खेती कर रहे हैं। यह किसानों के लिए लाभकारी फसल है। 80 से सौ रुपये किलो यह आसानी से बिक जाता है। इसकी मांग काफी है। – प्रभात कुमार सिंह, उप परियोजना निदेशक, आत्माa