जबलपुर. पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा मंडल ने फिर से इतिहास रच दिया. कोटा-नागदा सेक्शन पर अत्याधुनिक कोचों का स्पीड ट्रायल सफल रहा. कोटा मंडल के नागदा-कोटा-सवाई माधोपुर सेक्शन में अनुसंधान अभिकल्प मानक संगठन की टीम द्वारा 11 जुलाई को अधिकतम गति 180 किलोमीटर/घंटा का ट्रायल किया गया. 110 किमी प्रति घंटा से प्रत्येक राउंड में 10 किमी प्रति घंटा की स्पीड बढ़ाकर अधिकतम किमी प्रति घंटा तक ट्रायल किया गया. लबान से चौमहला स्टेशनों के बीच अधिकतम गति का ट्रायल सफल रहा. ट्रायल में लोको संख्या 35006 गाजियाबाद का इस्तेमाल किया गया. ट्रायल खाली कोच की स्थिति में किया गया.
पिछले दो वर्षों में 15 हजार किमी से अधिक का हाई स्पीड ट्रायल पश्चिम मध्य रेल्वे के भोपाल और कोटा मंडलों पर आयोजित किए गए हैं. इससे पहले मार्च 2021 में, कोटा-नागदा रेलखंड पर डुअल मोड लोकोमोटिव का 150 किमी/घंटे की गति पर हाई स्पीड ऑसिलेशन ट्रायल किया गया था.
पश्चि मध्य रेलवे ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा, “कोटा मंडल के नागदा-कोटा-सवाई माधोपुर सेक्शन में अनुसंधान अभिकल्प मानक संगठन (RDSO) ,लखनऊ की टीम द्वारा दिनांक 11 जुलाई को अधिकतम गति 180 किलोमीटर/घंटा का ट्रायल किया गया. यह ट्रायल आर.डी.एस.ओ.,लखनऊ के संयुक्त निर्देशक/टेस्टिंग राधे श्याम तिवारी के निर्देशन में किया गया.”
कोटा-नागदा सेक्शन पर 180 किलोमीटर/घंटा की रफ्तार से दौड़ी डबल डेकर ट्रेन, कोटा मंडल ने रचा इतिहास
अप्रैल 2022 से 10 जुलाई 2022 तक 130 से 180 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड बैंड में हाई स्पीड पर 75 ट्रायल रन सफलतापूर्वक आयोजित करते हुए पश्चिम मध्य रेलवे पर लगभग 6500 किलोमीटर का ऑसिलेशन ट्रायल चलाए गए हैं.