अडानी समूह में LIC के निवेश और हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के कारण अडानी को हो रहे नुकसान के कारण एलआईसी के बीमाधारकों में चिंताएं थी। बीमा कंपनी ने अपने तिमाही के नतीजों की घोषणा के साथ कहा कि वो जल्द ही अडानी के टॉप मैनेजमेंट से मुलाकात करेंगे और इस मामले को समझेंगे। इस खबर से बीमाधारकों की टेंशन भी खत्म होगी।
एलआईसी को मुनाफा, अडानी मामले में बड़ा बयान
एलआईसी की ओर से शेयर बाजार को इसकी सूचना दी गई। बीमा कंपनी ने कहा कि उनका शुद्ध प्रीमियम इनकम दिसंबर 2022 में खत्म हुए तिमाही में 111787.6 करोड़ रुपये रहा। जबकि पिछले साल यानी 2021-22 इसी तिमाही में 97629.34 करोड़ रुपये था। एलआईसी बीमाधारकों एलआईसी ने कहा है कि वो अडानी मामले को समझने के लिए जल्द ही कंपनी के टॉप मैनेंजमेंट से मुलाकात करेंगे। एलआईसी के चेयरमैन एम आर कुमार ने कहा कि हम जल्द ही अडानी समूह के टॉप मैनेंजमेंट से मुलाकात कर इस मामले को समझने और इस विवाद से निकलने के लिए उनकी योजनाओं को समझने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि ये मामला सामने आने के बाद ही एलआईसी के इन्वेस्टमेंट डिपार्टमेंट ने अडानी समूह से संपर्क किया है।
LIC बीमाधारकों को परेशान होने की जरूरत नहीं
उन्होंने कहा कि LIC के बीमाधारकों को इससे घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि उनके कुल एसेज अंडर मैनेजमेंट यानी AMU का सिर्फ 0.97 फीसदी अडानी समूह में निवेशित है। अडानी का कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट 44.34 लाख करोड़ है। यानी एलआईसी के बीमाधारकों की रकम पूरी तरह सुरक्षित है। एलआईसी ने अडानी समूह में कुल निवेश यानी इक्विटी और डेट मिलाकर 35917 करोड़ रुपये है। एलआईसी ने 30127 करोड़ रुपये एलआईसी के इक्विटी में निवेश किया है। संसद में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री भागवत किसनराव कराड ने जानकारी दी और कहा कि 27 जनवरी तक अडानी समूह से शेयरों में एलआईसी के निवेश का वैल्यू 56142 करोड़ था। 9 फरवरी को एलआईसी के शेयरों में 0.53 फीसदी की तेजी आई है। कंपनी के शेयर 613 रुपये के भाव पर बंद हुए हैं।