थाने से लाइसेंसी राइफल की मैगजीन गायब, पुलिस बोली-लिखकर दो रास्ते में खो गई

मुजफ्फरनगर में विधानसभा चुनाव के दौरान राइफल और मैगजीन जमा कराई गई थी। यह मैग्जीन थाने से गायब हो गई। वहीं मैगजीन खोने पर पीड़ित पर दबाव बनाया जा रहा है कि वह लिखित में दे कि मैगजीन रास्ते में खो गई। पीड़ित ने मामले में अफसरों से शिकायत की है।

सांकेतिक तस्वीर।

मुजफ्फरनगर के थाना चरथावल के मालखाने से राइफल की मैगजीन खोने का मामला सामने आया है। थाना पुलिस ने तलाश करने और अपनी गलती स्वीकार करने के बजाए उल्टे राइफल मालिक पर ही दबाव बनाना शुरू कर दिया। कहा कि वह लिखकर दें कि उसकी मैगजीन रास्ते में कहीं गिर गई है। पीड़ित ने बिना मैगजीन के राइफल लेने से इनकार कर दिया। मैगजीन न मिलती देेख कर पीड़ित ने अधिकारियों के यहां हाजिर होकर कार्रवाई की गुहार लगाई है।

विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जिले में लाइसेंसी शस्त्र थानों में जमा करा लिए गए थे। चरथावल की मुर्दा पट्टी निवासी रब्बान पुत्र मुस्तकीम ने भी अपनी लाइसेंसी राइफल मय मैगजीन चरथावल थाने में जमा कराई थी।
12 जनवरी 2022 को जमा कराई राइफल और मैगजीन को लेने के लिए रब्बान 23 मई को थाना चरथावल पहुंचे। उनकी कस्बा प्रभारी दारोगा व मालखाना बाबू से बातचीत हुई।

उनसे राइफल व मैगजीन देने को कहा गया। मगर, अगले ही क्षण दारोगा और मालखाना बाबू की बात सुनकर उन्हें धक्का लगा। दोनों ने उनसे कहा कि वह उन्हें लिख कर दें कि उनकी मैगजीन रास्ते में गिर गई है और बाहर से दूसरी मैगजीन ले लेना।

झूठे मामले में फंसाने की धमकी
पीड़ित रब्बान के अनुसार, उन्होंने दारोगा को मैगजीन खोने के बारे में लिखकर देने से इनकार कर दिया। आरोप लगाया कि दारोगा व मालखाना बाबू ने उसे झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी भी दी। कहा कि यदि आगे से राइफल और मैगजीन लेने आए तो तुम्हें  हवालात में बंद कर देंगे। बेहतर है कि बिना मैगजीन राइफल लेकर चले जाओ। धमकी मिलने से पीड़ित डरा हुुआ है। उसने बताया कि दोनों ने अन्य लोगों से भी ऐसे ही पत्र लिखवाए गए हैं।