बागेश्वर वाले बाबा की तरह आप भी जान सकते हैं दूसरे के मन की बात, यहां जानें पूरा प्रोसेस

Bageshwar Dham Maharaj: बागेश्वर धाम सरकार लोगों के मन की बात को पढ़ लेते हैं। वो लोगों की समस्या सुनने से पहले ही कागज पर लिखकर उसके सामने रख देते हैं। वहीं, एक्सपर्ट का दावा है कि यह एक तरह का आर्ट है। जिसमें लोगों के मन की बात को पढ़ लिया जाता है। योग के सहारे भी इस तरह की क्रिया सीखी जा सकती है।

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भोपाल:बागेश्वर धाम के महाराज पंडित धर्मेन्द्र कृष्ण शास्त्री लोगों के मन की बात पढ़ लेते हैं। भक्त उनके दरबार में अपनी समस्या लेकर पहुंचते हैं। जिन लोगों की अर्जी महाराज के दरबार में मंजूर होती है। उनको बाबा के सामने आकर अपनी समस्या बतानी होती है। लेकिन समस्या सुनने से पहले ही बागेश्वर महाराज एक कागज पर उसकी समस्या लिखकर बता देते हैं। यही कारण है कि लोग बागेश्वर धाम सरकार को चमत्कारी कहते हैं। हालांकि बागेश्वर सरकार ये कहते हैं कि हमारे दरबार में आस्था के साथ आएं किसी चमत्कार की उम्मीद में नहीं। लेकिन बड़ा सवाल ये है कि आखिर बागेश्वर सरकार लोगों के मन की बात कैसे पढ़ लेते हैं? एक्सपर्ट का दावा है कि यह एक आर्ट है जिसे मेंटिलिस्ट कहा जाता है।

मेंटिलिस्ट आर्ट में लोगों के चेहरे पढ़ने का हुनर डवलेप किया जाता है। इस आर्ट के जरिए आप किसी के भी चेहरे का भाव पढ़कर उसे बता सकते हैं कि सामने वाला क्या सोच रहा है। देश और दुनिया में कई ऐसे मेंटिलिस्ट हैं जो इस तरह का आर्ट जानते हैं। इस आर्ट को सीखने में काफी वक्त लगता है। एक मेंटिलिस्ट सुहानी के अनुसार, उन्हें यह आर्ट सीखने में करीब एक साल का समय लगा था।

कुछ लोग मानते हैं ईश्वरीय शक्ति
मेंटिलिस्ट सुहानी का कहना है कि यह एक आर्ट है। कुछ लोग इसे अंधविश्वास से जोड़ लेते हैं तो कुछ लोग इसे ईश्वरीय शक्ति मानते हैं। लेकिन ऐसा कुछ नहीं है इस आर्ट के जरिए आप दूसरों के चेहरों के भाव पढ़ना सीख सकते हैं। धीरे-धीरे प्रैक्टिस करते-करते आपका अनुभव हो जाता है और फिर आपका प्रिडिक्शन सटीक बैठने लगता है।

योग में भी है ऐसी क्रिया का वर्णन
योग के सहारे भी इस तरह की क्रिया सीखने का उल्लेख है। अगर आप योग करते हैं तो योग के सहारे मन को पढ़ने की क्रिया सीख सकते हैं। योग में मन शक्ति योग के बारे में बताया गया है। इस योग के सहारे आप साधना करके दूसरों के मन को भी पढ़ सकते हैं। योग की साधना के नियमानुसार करने से आप दूसरे को मन को सटीक तरीके से पढ़ सकते हैं। यह साधना बहुत ही सरल होती है। योग से जब आप अपने मन की स्थिति का एकाग्र कर लेते हैं तब आप दूसरों के मन को आसानी से पढ़ सकते हैं।

बागेश्वर महाराज क्यों सुर्खियों में
बागेश्वर महाराज की कथा का आयोजन नागपुर में किया गया था। इस दौरान अंधविश्वास के खिलाफ काम करने वाली एक संस्था के संस्थापक श्याम मोहन ने बागेश्वर महाराज पर अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाया और उन्हें चुनौती दी। इसके बाद बागेश्वर महाराज दो दिन पहले ही कथा समाप्त करके नागपुर से वापस आ गया। बागेश्वर महाराज की कथा इन दिनों रायपुर में चल रही है। उन्होंने इन आरोपों पर सफाई देते हुए कहा कि चुनौती देने वाले रायपुर में हमारे दरबार में आएं।