MP News: मध्यप्रदेश के छतरपुर में बागेश्वर सरकार के बाद अब लवलेश तिवारी चर्चा में हैं। लवलेश तिवारी लोगों के मन की बात को सुनकर उनकी समस्या का समाधान बताते हैं। उनके ऊपर रेप का भी आरोप लगा है।
कौन हैं लवलेश तिवारी
लवलेश तिवारी की उम्र महज 20 वर्ष है। पिता का नाम स्वर्गीय तुलसीदास तिवारी एवं माता का नाम फूलबाई तिवारी है। लवलेश की तीन बहने हैं। लवलेश बताते हैं की उनके पिता की मृत्यु उस समय हुए जब वह महज 8 साल के थे। पिता भी कर्मकांडी पंडित थे। लवलेश ने केवल आठवीं क्लास तक की पढ़ाई की। उनकी शुरुआती शिक्षा छतरपुर जिले के महर्षि स्कूल से हुई। लवलेश तिवारी छतरपुर जिले के मढ़ा के रहने वाले हैं।
पंडोखर सरकार हैं गुरु
आठवीं तक की पढ़ाई करने के बाद लवलेश तिवारी वेदों का पढ़ाई करने के लिए वृंदावन चले गए। लवलेश बताते हैं कि उनकी साधना के गुरु पंडोखर सरकार हैं। बता दें कि पंडोखर सरकार खुद दरबार लगाते हैं और लोगों के मन की बात को पढ़ लेते हैं।
कैसे जान लेते हैं मन की बात
1 साल से लगा रहे हैं दरबार
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के तरह ही लवलेश तिवारी भी दरबार लगाते हैं। हालांकि यह दरबार महज एक वर्ष से ही लगा रहे हैं। लवलेश के दरबार में भी वही सब होता जो पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दरबार में होता है। लवलेश भी भीड़ में से किसी को भी खड़ा कर देते हैं और उसके मन की बात पर्ची पर लिख देते हैं।
कुछ महीने पहले लगा था रेप का आरोप
पंडित लवलेश तिवारी पर रेप का आरोप लगा था। राजनगर थाना क्षेत्र के खैरी टपरियन में उन्होंने अपना दरबार लगाया था। उनके दरबार में खूब भीड़ आने लगी। दूर-दूर से लोग दरबार में आते। लवलेश तिवारी समस्याओं का हल बताते है लेकिन पास के ही गांव में रहने वाली एक महिला ने लवलेश पर आरोप लगाया कि महाराज ने उसे अपने पास बुलाकर उसके साथ बलात्कार किया। महिला के आरोप के बाद पुलिस ने लवलेश को गिरफ्तार किया और 6 माह की सजा के बाद जमानत पर रिहा हुए। जेल से रिहा होने के बाद पंडित लवलेश तिवारी फिर से दरबार लगा रहे हैं और लोगों की भीड़ भी पहले की तरह आने लगी है।