यूपी के पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने गोमूत्र की तुलना गंगाजल से की है। उन्होंने कहा कि गोमूत्र में गंगा का वास होता है। इसके छिड़काव मात्र से सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं।
प्रदेश के पशुधन, दुग्ध विकास और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह का कहना है कि गोमूत्र में गंगा का वास है। इसके छिड़काव मात्र से ही बाधाएं नष्ट हो जाती हैं। प्रदेश सरकार की कोशिश गोवंश के सरंक्षण के साथ दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने की है। पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह शनिवार को मथुरा पहुंचे थे। उन्होंने कलक्ट्रेट में विभागीय कार्यों की समीक्षा की। इसके बाद पत्रकार वार्ता में यह बयान दिया।
उन्होंने कहा कि गो संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार ने नई दुग्ध नीति के तहत छूट का प्रावधान किया है। सरकार गाय के बछिया एवं मुर्रा भैंस के ही पैदा होने का सीमन निशुल्क दे रही है। इससे काफी दुग्ध उत्पादन बढ़ेगा। उन्होंने गो आधारित खेती को अपनाने के लिए सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। पशुधन मंत्री ने देशी गाय के संरक्षण और उसके पांच उत्पादों को अमृत बताया।