श्रद्धा वाकर हत्याकांड मामले को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने इस मामले को लव जिहाद से जोड़ते हुए कहा कि लव जिहाद एक वास्तविकता है और दिल्ली में श्रद्धा वाकर की जघन्य हत्या से ये साबित हो गया है।
नई दिल्ली:श्रद्धा मर्डर केस की जांच तेजी से चल रही है। इस बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि लव जिहाद एक वास्तविकता है और दिल्ली में श्रद्धा वाकर की जघन्य हत्या से ये साबित हो गया है। उन्होंने पहले भी इस मामले पर बात करते हुए जोर देते हुए कहा था कि देश में लव जिहाद के खिलाफ सख्त कानून बनाने की जरूरत है।
श्रद्धा मर्डर केस में लव जिहाद के सबूत- हिमंत बिस्वा सरमा
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एनडीटीवी को दिए गए एक इंटरव्यू में ये बयान दिया। उन्होंने श्रद्धा वाकर की हत्या को लव जिहाद से जोड़ते हुए कहा कि लव जिहाद आज की वास्तविकता है। सरमा 2015 में बीजेपी में शामिल हुए। इससे पहले वो 22 साल तक कांग्रेस में रहे। सरमा ने कहा, ‘श्रद्धा मर्डर केस में लव जिहाद के सबूत हैं। यहां तक कि आफताब ने पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान भी कबूल किया कि उसकी ये हरकत उसे जन्नत में ले जाएगी। इससे पहले टाइम्स नाउ समिट में भी सरमा ने दावा किया था कि श्रद्धा मर्डर केस में लव जिहाद का मामला है।
‘लव जिहाद असम के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण’आफताब की जन्नत जाने को लेकर दिए गए बयान का हवाला देते हुए सरमा ने कहा, ‘यह एक ऐसा सवाल है जिसे हम लव जिहाद शब्द को परिभाषित करने के लिए पूछ रहे हैं क्योंकि हम जानते हैं कि लव जिहाद तब भी मौजूद है जब आप पॉलीग्राफ टेस्ट कराते हैं।’उन्होंने कहा, ‘लव जिहाद असम के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है। लव जिहाद तब होता है जब लव का इस्तेमाल खास उद्देश्यों को ध्यान में रखकर किया जाता है और जब ये उद्देश्य पूरे नहीं होते हैं, तो आपको श्रद्धा जैसी घटनाएं देखने को मिलती हैं।’
सरमा ने इस बात पर भी जोर दिया कि उनके बयान में सांप्रदायिक झुकाव नहीं था। उन्होंने कहा, ‘आपके लिए यह सांप्रदायिक बयान हो सकता है, किसी भी वाम-उदारवादी के लिए, यह सांप्रदायिक रूप से भरा हुआ बयान है। लेकिन मेरे लिए यह राष्ट्रहित में दिया गया बयान था।”
क्या है लव जिहाद?
कई लोगों का तर्क है कि मुस्लिम लड़के हिंदू लड़कियों को अपने धर्म परिवर्तन को सुनिश्चित करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से रिश्तों में फंसाते हैं। हालांकि फरवरी 2020 में गृह मंत्रालय ने संसद को बताया था कि इस शब्द को मौजूदा कानूनों के तहत परिभाषित नहीं किया गया है और किसी भी केंद्रीय एजेंसी द्वारा कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। लेकिन कई बीजेपी नेता लगातार इस मुद्दे को उठाते रहते हैं।
बता दें कि दिल्ली में 26 साल की श्रद्धा वाकर हत्याकांड में कई खुलासे हो रहे हैं। इस हत्याकांड के आरोपी आफताब पूनावाला का पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट पूरा हो चुका है। एक दो दिन में इसकी रिपोर्ट पुलिस कौ सौंपी जाएगी। सूत्रों के अनुसार आफताब ने नार्को टेस्ट के दौरान श्रद्धा की हत्या की बात कबूल ली है। जब उससे उसके शव को काटने के लिए इस्तेमाल किए गए हथियार के बारे में पूछा गया, तो उसने कहा कि उसने आरी का इस्तेमाल किया था।