Ankita Bhandari Case Hindi: एक बेटी के साथ हुई वारदात ने उत्तराखंड की वादियों में सिरहन पैदा कर दिया है। यहां मौजूं किस्सा ऋषिकेश के एक रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की जॉब कर रही अंकिता भंडारी के मर्डर का है, जिसके बाद से पहाड़ी राज्य की ठंडी फिजाओं में तपिश बढ़ गई है। इस पूरे कांड की जड़ में भी किस्सा वही है- लव, सेक्स और धोखा।
ऋषिकेश/ऋषिकेश:तुझे गोली मारूंगा.. तुझे गोद सुलाऊंगा.. तेरी नींद उड़ाऊंगा.. काटके रख दूंगा, जो तूने छूने से रोका…. ये लाइनें साल 2010 में रिलीज हुई एक फिल्म के टाइटल सॉन्ग की हैं। बॉलिवुड में अपने तरह की अलग और एक्सपेरिमेंटल फिल्म के तौर पर जानी जाने वाली लव, सेक्स और धोखा मूवी ने फ्लेवर बदलने का काम किया था। लेकिन इस फिल्म और गाने की लाइनों का जिक्र इसलिए कि एक बेटी के साथ हुई वारदात ने उत्तराखंड की वादियों में सिरहन पैदा कर दिया है। यहां मौजूं किस्सा ऋषिकेश के एक रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की जॉब कर रही अंकिता भंडारी के मर्डर का है, जिसके बाद से पहाड़ी राज्य की ठंडी फिजाओं में तपिश बढ़ गई है। इस पूरे कांड की जड़ में भी किस्सा वही है- लव, सेक्स और धोखा।
उत्तराखंड की सुदूर पहाड़ियों में बसे एक गांव की बेटी थी अंकिता भंडारी। कुछ पैसे कमाकर परिवार की हेल्प करने की जरूरत उसे घर से करीब 150 किलोमीटर दूर ऋषिकेश नगरी में ले आई। लेकिन जिंदगी में कुछ कर गुजरने की ललक पाले हुए उस बच्ची को कहां पता था कि उसके सपनों का अंत बहुत बुरी तरह से होगा। 10 हजार रुपये के वेतन पर वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की जॉब करने आई अंकिता को जीवन की पहली तनख्वाह से पहले ही मौत मिल गई। पौड़ी-गढ़वाल जिले के गंगा भोगपुर इलाके में स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट में काले कारनामों का खुलासा हुआ है।
ऋषिकेश का वो रिजॉर्ट उत्तराखंड के एक प्रभावी राजनीतिक परिवार का है। रसूख का आलम ऐसे समझिए कि जिस पुल्कित आर्य का रिजॉर्ट है, उसके पिता विनोद आर्य भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व में मंत्री तक रह चुके हैं। भाई को राज्यमंत्री का दर्जा मिला है और वह ओबीसी मोर्चे का पदाधिकारी भी है। अब अचानक से इस रिजॉर्ट में काम कर रही एक लड़की गायब हो जाती है। पिता गुमशुदा बेटी की तलाश में दर-दर भटकता है। लेकिन न्याय नहीं मिलता। मिलती है तो चिला नहर से बेटी की लाश।
अंकिता रिजॉर्ट के ही एक कमरे में रहती थी। लेकिन रिजॉर्ट में होने वाली अय्याशी और खुद को उस जाल में फंसाने की कोशिश से परेशान होकर वह यहां से जाना चाहती थी। दोस्त पुष्प दीप के साथ उसकी बातचीत के सामने आए ऑडियो से यह पता लगा है। जम्मू में नौकरी करने वाले अपने दोस्त पुष्प को अंकिता ने घटना की रात फोन पर कहा था कि मैं फंस गई हूं। पुष्प ने उससे कहा था कि अगले दिन किसी को भेजकर अंकिता को घर पहुंचवा देगा।
घटना के दिन अंकिता की पुल्कित और मैनेजर अंकित गुप्ता के साथ तीखी बहस हुई। अंकिता चीख और रो रही थी। रिजॉर्ट के शेफ समेत सभी कर्मचारी सुन रहे थे, लेकिन कोई भी विरोध नहीं कर सका। आरोपी अंकिता को जबरन गाड़ी में बैठाकर साथ ले गए और फिर बैराज में धक्का दे दिया। अंकिता का शनिवार को चिला नहर से शव बरामद किया गया था और अलकनंदा के तट पर श्रीनगर में उसका अंतिम संस्कार किया गया था। अंकिता भंडारी की गुमशुदगी से लेकर मर्डर, लाश मिलने, मामले का खुलासा होने के बाद पोस्टमॉर्टम और अंतिम संस्कार तक लोग सड़कों पर उतरे रहे।
वनंत्रा रेजॉर्ट के पूर्व कर्मचारियों ने ही इस रेजॉर्ट की पोल खोलनी शुरू की है। दो महीने पहले रेजॉर्ट का काम छोड़कर गए मेरठ निवासी विवेक और इशिता ने आरोप लगाया कि रिजॉर्ट मालिक पुलकित महिला कर्मचारियों पर बुरी नजर रखता था। सैलरी मांगने पर मारपीट और चोरी जैसे आरोप लगाकर नौकरी से निकाल देता था। दंपती ने बताया कि रेजॉर्ट में बाहर से लड़कियां बुलाई जाती थीं, लेकिन उनकी एंट्री दर्ज नहीं होती थी। इन लड़कियों को ग्राहकों के कमरे में भेजा जाता था। खास ग्राहकों की भी रजिस्टर में एंट्री नहीं होती थी।
इशिता ने बताया कि रेजॉर्ट के कर्मचारियों को पुलकित कहता था कि उसे इशिता पसंद है। एक कर्मचारी ने मुझे यह बताया था। पुलकित मुझे पति विवेक से अलग करना चाहता था। इलाके का पटवारी भी पुलकित से मिला था। एकबार किसी ग्राहक का ब्लूटूथ स्पीकर छूट गया तो पति ने यह सोचकर उसे रख लिया कि ग्राहक के आने पर लौटा देंगे। लेकिन पुलकित ने चोरी का झूठा आरोप लगा दिया। इतना ही नहीं, यहां पर बिना लाइसेंस के शराब स्टॉक कर ग्राहकों को दोगुने दाम पर बेचना भी आम था। ग्राहकों को चरस, स्मैक, गांजे की भी सप्लाई होती थी।
अंकिता भंडारी के लीक हुए वॉट्सऐप चैट में भी स्पेशल गेस्ट को स्पेशल ट्रीटमेंट दिए जाने की बात कही गई थी। दंपत्ति ने कहा कि पुलकित आर्य कुछ स्पेशल गेस्ट को लेकर आता था। उनके लिए रिजॉर्ट में बाहर से लड़कियां बुलाई जाती थीं। रिजॉर्ट के कमरों में सेक्स गतिविधियां चलती थीं। उन विशेष गेस्ट के लिए स्पेशल महंगी शराब मंगाई जाती थी। इसके अलावा ड्रग्स भी मंगाए जाते थे। रिजॉर्ट में गैरकानूनी गतिविधियां चल रही थीं। वहां ड्रग्स परोसा जाता था। प्रोस्टीट्यूशन जैसी गतिविधियां चल रही थीं।
इस मामले में अंकिता भंडारी का चैट भी सामने आया है। इस चैट में अंकिता भंडारी रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य और मैनेजरों पर प्रोस्टीट्यूशन का आरोप लगाती दिख रही हैं। चैट में अंकिता कहती दिखती हैं कि उस पर दबाव बनाया जा रहा था। लेकिन, उसने कह दिया था, मैं गरीब हूं। लेकिन, खुद को 10 हजार रुपये के लिए नहीं बेचूंगी। अंकिता ने अपने एक दोस्त को बताया कि उसे एक गेस्ट ने नशे में गले लगा लिया था। इस पर काफी हंगामा मचा। बाद में रिजॉर्ट के मालिक ने उससे माफी मांगी थी। पुलकित आर्य के मैनेजर अंकित ने इस मामले में अंकिता को चुप रहने को कहा था।
अंकिता अपने वॉट्सऐप चैट में दोस्त को लिखती है कि अगर अंकित इस प्रकार की बात एक बार फिर करेगा तो मैं रिजॉर्ट में काम नहीं करूंगी। ये लोग चाहते हैं कि मैं प्रोस्टिट्यूट बन जाऊं। एक चैट में अंकिता ने लिखा था कि आज अंकित मेरे पास आया और मुझसे कहा कि वह मुझसे कुछ बात करना चाहता है। मैं मान गई और अपने रिसेप्शन डेस्क के पास एक कोने में चली गई। वहां उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मैं एक ऐसे मेहमान को ‘अतिरिक्त सेवाएं’ देने के लिए तैयार हूं, जो 10 हजार रुपये देने को तैयार है। मैंने उसे दो टूक कहा कि मैं गरीब हो सकती हूं, लेकिन मैं आपके रिजॉर्ट में 10 हजार रुपये के लिए खुद को नहीं बेचूंगी।
दोस्त ने बताया था कि 18 सितंबर की शाम 6 बजे उसकी बात अंकिता से हुई थी। उस समय वह रोने लगी। वह अपनी बात बता नहीं पाई। उसने कहा कि रात को मैं पूरी बात बताऊंगी। अंकिता ने मुझे बताया कि पुलकित आर्य ने पुलिस को फोन किया। वह मेरे बारे में कह रहा था कि यहां एक अश्लील लड़की है। इसको यहां से ले जाओ। शायद, उसको डराने के लिए गिरफ्तारी की धमकी दी जा रही थी। उस पर सेक्स के लिए दबाव बनाया जा रहा था। 18 सितंबर की रात करीब 8.30 बजे अंकिता का फोन मुझे आया। उस समय कई गाड़ियों की आवाज आ रही थी। मैंने पूछा कहां हो? उसने कहा कि मैं बाहर हूं। सर (पुलकित) ने मुझे कुछ जरूरी बात करने के लिए बाहर चलने को कहा है। मैंने सोचा कि उसके लिए यह कोई नई बात नहीं है। वे लोग शाम के समय में काम के सिलसिले में बराबर बाहर जाते रहते थे।
अंकिता भंडारी की गुमशुदगी से लेकर मर्डर, लाश मिलने, मामले का खुलासा होने के बाद पोस्टमॉर्टम और अंतिम संस्कार तक लोग सड़कों पर उतरे रहे। लेकिन एक बड़ा सवाल अभी भी बना हुआ है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद आधी रात के समय रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलाने का आदेश आखिर दिया किसने? इस मामले पर स्थानीय विधायक और प्रशासन आमने-सामने आ गए हैं। पिता ने बुलडोजर ऐक्शन की आड़ में सबूतों को मिटाने का आरोप लगाया है। देहरादून से आई कॉल भी सवालों के घेरे में है।
डीएम विजय कुमार जोगदंडे ने कहा, ‘हमें इस बात की जानकारी नहीं है कि किसके निर्देश पर बुलडोजर चलाने का ऐक्शन लिया गया। हम इस बात की जांच कर रहे हैं।’ वहीं यमकेश्वर सीट से बीजेपी विधायक रेणु बिष्ट बुलडोजर वाली रात रिजॉर्ट पर पहुंची थीं। उन्होंने बताया कि स्थानीय ग्रामीणों ने मुझे सूचना दी, जिसके बाद मैं करीब रात डेढ़ बजे पहुंची। तब तक काफी हिस्सा तोड़ा जा चुका था। ड्राइवर ने बताया कि प्रशासन की तरफ से आदेश मिला था। लेकिन पौड़ी गढ़वाल जिले के कुछ अधिकारी मुझ पर ही आरोप लगा रहे हैं।
बेटी की हत्या से गमगीन अंकिता की मां सोनी देवी ने सोमवार को कहा कि उनके साथ अन्याय हुआ है क्योंकि उन्हें अंतिम समय में अंकिता का मुंह भी नहीं देखने दिया गया। उन्होंने कहा, ‘रात को अंतिम संस्कार करने की क्या जरूरत थी। जब इतना रुक गए थे तो एक दिन और रुक जाते। सबसे बड़ा गुनाह तो उन्होंने (सरकार ने) यह किया कि मुझे अपनी बेटी का चेहरा भी नहीं देखने दिया।’ उन्होंने पहले ही कह दिया था कि अंतिम पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने तक अंतिम संस्कार ना किया जाए लेकिन सरकार ने जबरन अंतिम संस्कार कर दिया।