बीते मंगलवार को लखनऊ स्थित एक पांज मंज़िला इमारत ढह गई. अलाया अपार्टमेंट के गिरने की वजह से अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है और 16 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है. रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है. भयंकर हादसे में एक 6 साल के मासूम की भी जान बच गई. बच्चे ने डोरेमॉन कार्टून में दिखाए गए ट्रिक को अपनाया और अपनी जान बचाई.
डोरेमॉन की ट्रिक से बची मासूम की जान
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 6 साल के मुस्तफा ने डोरेमॉन के एपिसोड में दिखाया गया एक ट्रिक आज़माया. बच्चे ने बताया कि उस एपिसोड में भूकंप से कैसे बचा जाए, ये दिखाया गया था. बच्चे ने उसी को फोलो किया और बेड के नीचे जाकर छिप गया.
पुलिस के मुताबिक मंगलवार शाम यानि 24 जनवरी को 6:30 बजे इमारत गिरी. मुस्तफ़ 2 घंटे से ज़्यादा समय तक मलबे में दबा रहा. रात के 8:45 बजे उसे बेहोशी की हालत में मलबे से निकाला गया. मुस्तफ़ा को पैर में चोट आई है लेकिन बुधवार को उसे डिस्चार्ज कर दिया है.
मुस्तफा ने क्या कहा?
The Times of India से बात-चीत के दौरान मुस्तफ़ा ने कहा, ‘टीवी में भूकंप के झटकों की बात दिखाई गई थी. ऐसे में क्या करना चाहिए क्या नहीं, ये मैंने याद किया. मुझे लगा कि फिर से भूकंप आया है.’
मुस्तफ़ा ने आगे बताया, ‘मैं बहुत डर गया था लेकिन डोरेमॉन का एक एपिसोड याद आया. नोबिता को भूकंप के दौरान खुद को बचाने का तरीका सीखाया जा रहा था. उसमें बताया गया कि भूकंप से बचने के लिए बिस्तर के नीचे बैठ जाना चाहिए या बिस्तर का पाया पकड़ लेना चाहिए. मैंने एक पल भी बर्बाद नहीं किया और बिस्तर के नीचे जा छिपा.’
मुस्तफ़ा ने बताया कि उसने अपनी मां को भागते और चिल्लाते देखा. कुछ ही देर में इमारत ढह गई.
मुस्तफ़ा की मां और दादी की मौत हो गई
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस दुर्घटना में मुस्तफ़ा की दादी, बेगम हैदर और मां उज़मा हैदर की मौत हो गई. दोनों को मलबे से निकालकर अस्पताल ले जाया गया था लेकिन डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
मुस्तफ़ा के पिता, अब्बास हैदर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता हैं और वो उस समय घर पर नहीं थे. उसके दादा, आमिर हैदर इस दुर्घटना में बच गए.
इमारत ढहने की वजह पता नहीं
लखनऊ के हज़रतगंज स्थित अलाया अपार्टमेंट में 12 फ़्लैट और दो पेंटहाउस थे. इमारत के ढहने की वजह अभी तक पता नहीं चली है. कुछ स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बिल्डर बेसमेंट में कुछ कन्सट्रक्शन करवा रहा था और इमारत के कुछ हिस्सों को इस वजह से तोड़ा गया था.
अखिलेश यादव सरकार में श्रम राज्य मंत्री रहे शाहिद मंज़ूर के बेटे नवाज़िश और भतीजे को हादसे का ज़िम्मेदार बताया जा रहा है. नवाज़िश को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है और कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन सदस्यों की एक कमिटी बनाई है जो घटना की जांच करेगी और एक हफ़्ते के अंदर रिपोर्ट जमा करेगी. इमारत के बिल्डर और मालिक पर लखनऊ प्रशासन ने केस फ़ाइल कर लिया है. लखनऊ डिवज़िनल कमिश्नर रोशन जैकब ने बताया कि ये इमारत गैरकानूनी ढंग से बनाई गई थी.
बीते मंगलवार को नेपाल में 5.8 तीव्रता का भूकंप आया था और इसे इमारत ढहने के कई कारणों में से एक बताया जा रहा है.