बाजारों पर बरसेगी मां लक्ष्मी की कृपा, 15 करोड़ के तो सिर्फ बरतन ही बिकने का अनुमान

आज धनतेरस का त्योहार है। बाजार सजकर तैयार हैं। कारोबारियों ने इस दौरान जमकर खरीदारी का अनुमान लगाया है। सोने व बर्तनों की खरीदारी सबसे ज्यादा होगी।

ज्वैलरी की खरीदारी करती महिलाएं।
ज्वैलरी की खरीदारी करती महिलाएं।

दीपोत्सव की शुरुआत शनिवार से होगी। धनतेरस 22 और 23 अक्तूबर को दोनों दिन मनाने, शनिवार को सामान की खरीदारी को लेकर तमाम चर्चाओं के बीच बाजार ग्राहकों की अगवानी के लिए तैयार हैं। उम्मीद के मुताबिक, मां लक्ष्मी का आशीर्वाद बरसेगा, इसे लेकर कारोबारी खुश हैं और ग्राहक अपने बटुए लेकर तैयार हैं।

चौक, आलमबाग, अमीनाबाद, महानगर, भूतनाथ, गोमतीनगर सराफा बाजार बिक्री को लेकर बहुत ज्यादा आश्वस्त है। कारोबारियों का कहना है कि 3000 की अंगूठी लेना हो या तीन लाख का हार, धनतेरस पर सोने-चांदी की खरीदारी की परंपरा सदियों से चली आ रही है। शुक्रवार को 22 कैरेट के सोने का दाम 47100 रुपये रहा।

कारोबारियों के मुताबिक, इसमें 1700 रुपये की कमी बीते महीने में आई है। कुछ इसके चलते भी ग्राहक सराफा बाजार की ओर मुड़ा है। वहीं, ऑटोमोबाइल सेक्टर भी बीती विलंबित चल रही बुकिंग की डिलीवरी के कारण अच्छी बढ़त की ओर आगे बढ़ रहा है। इलेक्ट्रॉनिक, इलेक्ट्रिकल्स बाजार हो या पूजा के सामानों की बिक्री, नए डिजाइन, नई तकनीक की उपलब्धता के चलते ग्राहकों के आकर्षित होने की संभावना बहुत बढ़ गई है। एक रिपोर्ट धनतेरस के लिए तैयार बाजार पर।

आचार्य राधेश्याम शास्त्री का कहना है कि धनतेरस 22 को तो भगवान धनवंतरि की जयंती 23 अक्तूबर को मनाना श्रेष्ठ होगा। दरअसल, भगवान धनवंतरि का जन्म त्रयोदशी और चतुर्दशी के संयोग से प्रदोष काल में हुआ था। यह विशिष्ट समय 23 को शाम 5:31 से 8:03 मिनट तक मिल रहा है।

50 फीसदी आज और शेष खरीदारी कल 

लखनऊ सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश सराफा एसोसिएशन के महामंत्री रवीन्द्र नाथ रस्तोगी कहते हैं कि 50 फीसदी कारोबार शनिवार को और शेष रविवार को होगा। उदयातिथि को मानने वाले रविवार को खरीदारी करेंगे। सराफा बाजार को 1500 करोड़ रुपये की बिक्री की उम्मीद है। इसमें से 20 फीसदी चांदी की बिक्री और 80 फीसदी में सोने व हीरे की बिक्री शामिल है। सराफा एसो. चौक के उपाध्यक्ष आदिश जैन कहते हैं कि बिक्री के रिकॉर्ड टूटेंगे। 15 फीसदी तक बढ़ोतरी तो कहीं नहीं गई।

गिन्नियों की कीमत में सोने के गणेश लक्ष्मी

एक से 8 ग्राम तक की सोने की गिन्नियां उपलब्ध हैं। हालांकि, जुगल किशोर ज्वैलर्स के राघव रस्तोगी कहते हैं कि जो गिन्नियां लेते हैं, उनके लिए इसी कीमत में सोने के लक्ष्मी-गणेश खरीदने का अच्छा विकल्प है। इन्हें 50 हजार रुपये से सवा लाख तक में खरीदा जा सकता है। उपलब्ध तो 15 लाख रुपये तक के गणेश लक्ष्मी हैं, लेकिन ज्यादा मांग सवा लाख तक की है।

3000 रुपये से 30 लाख रुपये तक के सामान
राघव रस्तोगी कहते हैं कि सोने के जेवरों की शुरुआत 3000 रुपये से, चांदी के सामान की कीमत 300 रुपये और हीरे के जेवर 8000 रुपये से शुरू हैं। रवीन्द्र नाथ रस्तोगी कहते हैं कि हल्के वजन वाले जेवर, चेन, चूड़ी, अंगूठी, झाले आदि की खरीदारी खूब होती है। आदिश जैन बताते हैं कि 12500 से लेकर तीन लाख तक के हल्के वजन वाले सेट भी खूब पसंद किए जाते हैं।

2.5 लाख की हनुमान जी की मूर्ति
महानगर स्थित सराफा कारोबारी शालिनी अग्रवाल कहती हैं कि गिफ्ट लेन-देन में मूर्तियां खूब खरीदी जाती हैं। 2.5 लाख रुपये की हनुमान जी की मूर्ति विशेष आर्डर पर तैयार हुई है।

650 से 920 रुपये तक का चांदी का सिक्का
सराफा कारोबारी रवींद्र नाथ रस्तोगी बताते हैं कि 100 फीसदी शुद्ध चांदी के 10 ग्राम के सिक्के की कीमत 650 रुपये है। 50 ग्राम का 2000 रुपये का है। पुराने सिक्के बहुत कम उपलब्ध हैं। आदिश जैन कहते हैं कि एंटीक सिक्का 920 रुपये और उसकी प्रतिकृति 600 से 700 रुपये के बीच है।

वाहन बाजार भी होगा मालामाल
टू-व्हीलर कारोबार से जुड़े आनंद कुमार सिंह बताते हैं कि धनतेरस से दीवाली तक में 10 हजार दो पहिया वाहनों की बिक्री का अनुमान है। ऑटोमोबाइल उद्योग से जुड़े कारोबारियों का कहना है कि सितंबर में 3400 गाड़ियों की बिक्री लखनऊ क्लस्टर में हुई है। अक्तूबर में यह संख्या दोगुनी होने का अनुमान है। इस लिहाज से चार पहिया वाहन का बाजार पांच से छह करोड़ और दो पहिया का 70 से 80 करोड़ का हो सकता है।

मोबाइल फोन बाजार की भी बल्ले-बल्ले

ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नीरज जौहर बताते हैं कि एक लाख 80 हजार का एप्पल का मोबाइल बाजार में है नहीं। ऐसे में एक लाख 55 हजार के सैमसंग मोबाइल का क्रेज बना हुआ है। बीते वर्षों में कीमतें बढ़ी हैं, इस कारण कुल कारोबार बढ़ता दिखेगा। धनतेरस पर लगभग 25 करोड़ की बिक्री का अनुमान है। चूंकि मोबाइल फोन की खरीदारी भैया दूज तक चलती है, इसलिए बाजार के 50 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है।

इलेक्ट्रॉनिक्स व इलेक्ट्रिकल्स का बाजार भी उत्साहित 
कारोबारी दिनेश जैन कहते हैं कि इस बार प्री बुकिंग में कमी आई है। त्योहारी सीजन में फ्रिज, टीवी, चिमनी, डिश वॉशर, वाशिंग मशीन आदि की मांग रहती है। ऑनलाइन कारोबार के कारण ऑफलाइन कारोबार प्रभावित हुआ है, फिर भी कारोबार बढ़ोतरी पर बंद होगा। बाजार में 17 लाख तक के टेलीविजन उपलब्ध हैं। इस बार एलईडी की बिक्री में कमी आई है। इसके अलावा लैपटॉप-कम्प्यूटर बाजार भी तेज है। इसमें भी 10-20 फीसदी की वृद्धि होगी। नाका व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतपाल सिंह मीत कहते हैं कि रोशनी के त्योहार में बिना झालर जगमगाहट अधूरी है। धनतेरस से दीपावली तक खरीदारी चलती है, फिर भी 70 फीसदी खरीदारी धनतेरस पर हो जाती है। इस लिहाज से 100 से 150 करोड़ के बीच कारोबार की उम्मीद है।

बर्तन खरीद पर खर्च होंगे 15 करोड़
धनतेरस पर बर्तन खरीदने की परंपरा का निर्वहन सदियों से होता चला आ रहा है। लखनऊ मेटल मर्चेंट एसोसिएशन केअध्यक्ष हरिश्चंद्र अग्रवाल कहते हैं कि पुराने बर्तनों को निकाल नए बर्तन लेने का रिवाज जारी है। स्टील के साथ-साथ पीतल व तांबे के बर्तनों को पसंद किया जा रहा है। इस वक्त मुस्लिम समुदाय की सहालग चल रही है। बाजार का दोहरा फायदा है। उम्मीद है कि 15 करोड़ से अधिक की बिक्री होगी।