डॉक्टरों ने झारखंड में एक बुजुर्ग की जिंदगी को नरक बना डाला। ऑपरेशन के नाम पर आंख निकालकर उसमें कांच की गोली लगा दी। आंस मसलते वो हाथ में आ गई। हथेली पर ‘आंख’ देख बुजुर्ग डर गए। कुछ दिन पहले ही ऑपरेशन कराए थे। चीख-पुकार सुन घरवाले पहुंचे तो ‘कंचे वाली आंख’ को लेकर डॉक्टरों के पास गए। तब जाकर उन्हें मालूम हुआ कि उनके साथ धोखा हुआ है।
जमशेदपुर : बुढ़ापे में आंख निकालकर उसमें कांच की गोली लगा दी जाए। तो कैसा लगेगा? सोचकर किसी का भी मन सिहर जाएगा। उसमें भी अगर कोई गरीब तबके से आता है तो कोढ़ में खाज। इस नाइंसाफी की वो लड़ाई लड़ने में भी खुद को लाचार पाएगा। घाटशिला के किताडीह गांव में एक बुजुर्ग के आंखों से कांच की गोली निकली। परिवार से लेकर गांव वाले तक परेशान हो गए। सब के सब सोचने लगे की आखिर ऐसा कैसे हो सकता है? घटना को लेकर कई लोगों ने आश्चर्य जताया। किसी ने धोखाधड़ी की बात बताई।
‘आंखकांड’ के बाद पुलिस-प्रशासन में हड़कंप
झारखंड के ‘आंखकांड’ को लेकर से प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मचा है। स्वास्थ्य विभाग हरकत में है। आखिर सवाल है कि बुजुर्ग गंगाधर सिंह के ऑपरेशन के बाद उनके आंख में कांच की गोली कहां से आ गई? आंख कैसे गायब हुई? इस रहस्य पर से पर्दा उठाने के लिए जांच की जा रही है। मामले की जानकारी होने पर सिविल सर्जन घाटशिला अनुमंडल अस्पताल पहुंचे और मामले की जानकारी ली। पीड़ित गंगाधर सिंह के परिजनों ने घाटशिला के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कुलदीप टोप्पो से भी मिले। इसके बाद थाने में लिखित शिकायत करने को कहा गया। अब पुलिस और प्रशासन दोनों मिलकर मामले की पड़ताल कर रहे हैं।
ऑपरेशन के नाम पर निकाल ली आंख!
दरअसल, 18 सितंबर 2022 को गंगाधर सिंह को आई ऑपरेशन के नाम पर जमशेदपुर के साकची केसीसी अस्पताल में लाया गया था। गांव में एक महिला अपने आप को संस्था का सदस्य बताकर ऑपरेशन के नाम पर इन्हें लाई थी। दूसरे दिन ऑपरेशन के बाद इन्हें घर छोड़ दिया गया। इसके कुछ दिन बाद गंगाधर सिंह के आंख में खुजली और जलन होने लगी। फिर गंगाधर को जमशेदपुर, रांची और कोलकाता ले जाया गया। इसके बावजूद भी समस्या ठीक नहीं हुई।
मसलते ही निकली आंख से सफेद गोली
पिछले शुक्रवार को गंगाधर की परेशानी काफी अधिक बढ़ गई। आंख में जलन और खुजली बढ़ने लगी तो गंगाधर ने अपने हाथ से आंख को मसलने लगे। इस दौरान उनके ऑपरेशन वाले आंख से सफेद कांच की गोली बाहर निकल आई, जिसे देखकर वो डर गए। इसके बाद आनन-फानन में परिजनों ने घाटशिला अनुमंडल अस्पताल पहुंचाया, जहां पर चिकित्सक भी देखकर चौंक उठे। उन्होंने मरीज को एमजीएम अस्पताल रेफर कर दिया। तब जाकर मामले का खुलासा हुआ।
झारखंड में ‘आंखकांड’ का महिला कनेक्शन
अब जिस महिला ने संस्था का सदस्य बताकर ऑपरेशन कराया था, उसे भी ढूंढा जा रहा है। उसका कोई पता-ठिकाना नहीं मिल रहा है। इस मामले पर सिविल सर्जन साहिल पाल ने घाटशिला पहुंचकर पीड़ित बुजुर्ग और इनके परिवार से मिलकर मामले की जानकारी ली। सिविल सर्जन साहिल पाल ने कहा कि मामला काफी गंभीर है और जांच का विषय है। मरीज को एमजीएम अस्पताल जमशेदपुर में जांच कराया जाएगा और इनके लिए बेहतर विकल्प खोज कर इनके आंख की समस्या को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। सिविल सर्जन ने दोषी अस्पताल पर कार्रवाई करने की भी बात कही है।