‘हम टोपी वालों से भी राम नाम बुलवाएंगे’, Bageshwar Dham के Maharaj Dhirendra Krishna Shastri ने खुद किया अपनी शक्तियों का खुलासा

बागेश्वर धाम के महाराज पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने दावा किया है कि ईसाई मिशनरियां उन्हें बदनाम करने की साजिश कर रही हैं। धर्मांतरण के खिलाफ आवाज उठाने के चलते उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। एक इंटरव्यू में बागेश्वर महाराज ने कहा कि उनकी चमत्कारी शक्तियों का राज ध्यान विधि है। आभासी ताकत के सहारे वे भक्तों का मन पहले ही पढ़ लेते हैं।

भोपालः अपने बयानों और चमत्कारी शक्तियों के चलते विवादों में आए बागेश्वर धाम के महाराज पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा है कि धर्मांतरण के खिलाफ आवाज उठाने के चलते ईसाई मिशनरियां उनके खिलाफ साजिश कर रही हैं। हमारे सहयोगी न्यूज चैनल टाइम्स नाऊ को दिए इंटरव्यू में बागेश्वर महाराज ने कहा है कि वे इन साजिशों से डरते नहीं हैं। अपने चिर-परिचित अंदाज में हंसते हुए उन्होंने कहा कि वे टोपी वालों से भी राम नाम बुलवा कर रहेंगे।

पीछे पड़ी हैं ईसाई मिशनरियां

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि जब से उन्होंने दमोह में 160 परिवारों की घरवापसी कराई है और आदिवासी इलाकों में दरबार लगाना शुरू किया है, उनके खिलाफ हमले लगातार बढ़ गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ईसाई मिशनरियां धर्मांतरण के लिए करोड़ों रुपये खर्च करती हैं। अब वे उनके पीछे पड़ गई हैं। उन्होंने दावा किया कि ऐसी चुनौतियों से वे नहीं डरते हैं। अभी तो ये शुरुआत है। वे जानते हैं कि ऐसी कई चुनौतियों का उन्हें मुकाबला करना होगा।

ध्यान विधि को बताया अपनी ताकत

उन्होंने इंटरव्यू में अपनी चमत्कारी शक्तियों का भी खुलासा किया। बागेश्वर सरकार ने कहा कि ध्यान विधि आदिकाल से चली आ रही एक परंपरा है। उनके दादा जी से उन्हें आभासी शक्ति मिली है। कोई उनके दरबार में आता है तो उन्हें पहले ही आभास हो जाता है कि उसकी यह समस्या हो सकती है। वे राम का नाम लेकर उसे पर्ची पर लिख लेते हैं और यह सनातन शक्ति की ताकत है कि वह सही निकलता है।

मौलवियों और पादरियों को चुनौती

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि सनातन धर्म में बहुत ताकत होती है। दुनियाभर के पादरी और मौलवी भी इसके सामने खड़े नहीं हो सकते। वे बागेश्वर धाम की इस शक्ति का सामना नहीं कर सकते।

विश्वास और अंधविश्वास पर तीखा कमेंट

बागेश्वर महाराज ने विश्वास और अंधविश्वास को लेकर चल रहे विवाद पर तीखा कमेंट किया। उन्होंने कहा कि इस देश में चादर चढ़ाना और कैंडल जलाना विश्वास है, लेकिन अर्जी का नारियल चढ़ाना अंधविश्वास है। पता नहीं लोग ऐसा दोगलापन कहां से लाते हैं। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने दावा किया कि हिंदू बाबाओं के खिलाफ खास तौर पर अभियान चलाया जा रहा है और उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। लेकिन वे इससे नहीं डरते। वे तो टोपी वालों से भी राम नाम बुलवा कर रहेंगे।