नई दिल्ली: पिछले कुछ समय से महाराष्ट्र की राजनीति सुर्खियों में छाई हुई है. पहले महा विकास अघाड़ी सरकार के गिरने की वजह से राज्य की राजनीति में हलचल रही. अब एक बार फिर से राज्य की सियासत से बड़ी खबर सामने आई है. बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र (Maharashtra Politics) में हाल ही में संपन्न हुए एमएलसी चुनाव (Maharashtra MLC Elections) में कांग्रेस के दूसरी वरीयता वाले उम्मीदवार भाई जगताप के जीतने और पहली वरीयता वाले उम्मीदवार चंद्रकांत हंडोरे के हार के मसले को लेकर कांग्रेस आलाकमान नाराज है.
सूत्रों के अनुसार चंद्रकांत हंडोरे की कल देर शाम आलाकमान से मुलाकात हुई थी. वही इस मामले को लेकर महाराष्ट्र के कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले को दिल्ली बुलाया गया है और ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि जल्द ही क्रॉस वोटिंग में शामिल विधायकों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी .
आलाकमान पर जल्द कार्रवाई का दबाव
गौरतलब है कि एमएलसी चुनाव के लिए कांग्रेस ने दो प्रत्याशी दिए थे एक दलित समुदाय से चंद्रकांत हंडोरे और एक मराठा नेता और मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष भाई जगताप. कांग्रेस की तरफ से तय किया गया था कि चंद्रकांत पहले और जगताप दूसरे वरीयता में रहेंगे. सूत्रों के अनुसार प्रदेश में एक बड़ा तबका है जो मानता है कि अगर महाराष्ट्र में चंद्रकांत हंडोरे की हार पर आलाकमान जल्द कोई कार्रवाई नहीं करेगी तो दलित समाज में गलत संदेश जाएगा.
वही इसी सप्ताह फ्लोर टेस्ट के दौरान नदारद रहने वाले कांग्रेस के 10 विधायकों को लेकर भी आलाकमान ने रिपोर्ट मांगी है. महाराष्ट्र में कांग्रेस के पास 44 विधायक हैं. दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत के दौरान प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, “हम सरकार में थे, फ्लोर टेस्ट में आना उतना ही जरूरी था. आलाकमान ने इसका संज्ञान लिया है.” नाना पटोले ने आलाकमान से मिलने का समय मांगा है.
गौरतलब है कि 4 जुलाई को हुए फ्लोर टेस्ट के दौरान कांग्रेस के 10 विधायक नहीं पहुंच पाए थे. इस मामले को लेकर महाराष्ट्र के कांग्रेस प्रभारी एचके पाटिल ने कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट से रिपोर्ट भी मांगी है.