महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन और देश के बड़े उद्योगपति आनंद महिंद्रा सोशल मीडिया पर काफी समय बिताते हैं. वह अपनी अच्छी सोच और लोगों की मदद करने के लिए चर्चा में रहते हैं. एक बार फिर से आनंद महिंद्रा का नाम चर्चा में हैं लेकिन इस बार उनके नाम का जिक्र किसी अच्छे काम के लिए नहीं हो रहा. दरअसल, उनके नाम की चर्चा उनकी कंपनी का वो ग्राहक कर रहा है जिसने महिंद्रा की SUV गाड़ी को डस्टबिन बना दिया है.
XUV300 को बना दिया कचरा गाड़ी
इंडिया में कार खरीदने का सपना बहुत से लोग देखते हैं लेकिन अभी भी बहुत से लोगों के लिए ये आसान नहीं है. इस स्थिति में ये बात हैरान करने वाली है कि एक शख्स ने महिंद्रा की एक्सयूवी कार खरीदी और फिर उसे कचरा ढोने वाली गाड़ी में बदल दिया. जी हां, आपने सही सुना, ये कारनामा एक ऐसे शख्स ने किया है जो Mahindra XUV300 गाड़ी से नाखुश था. इसके बाद इस कार के मालिक ने इसे कचरा इकट्ठा करने वाली गाड़ी बना दिया.
आखिर कार मालिक ने क्यों किया ऐसा?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ये हैरान कर देने वाला मामला पंजाब के लुधियाना शहर का है. यहां के विनोद सभरवाल नामक एक शख्स ने 13 दिसंबर को Mahindra डीलरशिप से Mahindra द्वारा हाल ही में नए Logo के साथ लॉन्च की गई XUV300 SUV गाड़ी खरीदी. उन्होंने यह गाड़ी 15 लाख रुपए में खरीदी थी.
जाहिर सी बात है घर में नई गाड़ी आए तो लोग परिवार के साथ इसकी सवारी करते हुए बाहर घूमने जाना पसंद करते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार विनोद भी अपने परिवार के साथ इस नई गाड़ी में माता चिंतपूर्णी के लिए निकले. समस्या तब हुई जब वापस लौटते समय विनोद की नई गाड़ी दिक्कत देने लगी. पहले कार मालिक को कार में एक समस्या का सामना करना पड़ा. फिर इसके बाद उन्होंने पाया कि कार सही परफॉर्मेंस नहीं दे रही. इसके कुछ ही देर बाद कार बंद पड़ गई और फिर स्टार्ट नहीं हो रही थी.
विनोद का कहना है कि उन्होंने जिस शोरूम से गाड़ी ली थी, उसके मैनेजर को फोन किया. इसके बाद उन लोगों ने काफी परेशान किया. रात करीब 1 बजे शोरूम से कर्मचारी उनकी गाड़ी लेने पहुंचे. जिसके बाद वह पैदल घर आए. विनोद का आरोप है कि उसे लगभग 10 दिन तक सर्विस सेंटर के चक्कर लगाने पड़े. इसके बावजूद उनकी परेशानी का कोई हल नहीं निकला.
ग्राहक ने लगाए ये आरोप
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विनोद ने शोरूम पर ये आरोप भी लगाया कि शोरूम कर्मचारियों ने गाड़ी में पुराना सामान लगा दिया. जब वह गाड़ी लेने गए तो पाया कि उसमें सामान बदला हुआ था. विनोद ने यह भी कहा कि कर्मचारियों ने उनकी गाड़ी को 200 किलोमीटर चलाया. गाड़ी का अगला बंपर अलग रंग का था. वहीं कंपनी का लोगो भी बदला हुआ था.
उनके मुताबिक, कंपनी के कर्मचारियों उनकी बात नहीं सुनी और वह महीने भर शोरूम के चक्कर लगाते रहे. विनोद जब वह सर्विस सेंटर के चक्कर काट काट कर थक गया तो उसने अनोखे तरीके से विरोध करने का फैसला किया.
विरोध के लिए अपनाया अनोखा तरीका
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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, महिंद्रा कंपनी का विरोध करने के लिए मालिक ने कार की पूरी बॉडी पर USE ME स्टिकर चिपका दिया और इस महंगी गाड़ी को कूड़ेदान में बदल दिया है. मालिक ने कार पर जो पोस्टर लगाया है उस पर लिखा है लगे एक पोस्टर में लिखा है कि ये ना अंबानी के पास, न अडानी के पास, आनंद महिंद्रा का 15 लाख का डस्टबिन विनोद सभरवाल के पास.
मालिक का इस बारे में कहना है कि कार उनके किसी काम की नहीं है और इसीलिए वह इसे कचरा इकट्ठा करने के लिए इस्तेमाल कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कार के मालिक की मांग है कि डीलरशिप कार को वापस ले ले.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस पूरे मामले पर शोरूम प्रबंधकों का कहना है कि खराब होने के बाद उन्होंने कार को ठीक कर दी थी. फिर भी कार मालिक उन्हें ब्लैकमेल कर रहा है. उनका कहना है कि इस मामले को पुलिस और वकील देख रहे हैं.