डब्ल्यूएचओ ने आज एक मेडिकल प्रोडक्ट अलर्ट जारी किया है जिसमें गांबिया में बेची जा रही चार कफ सिरप शामिल है. यह किडनी इंजरी जैसी बीमारी के लिए जिम्मेदार हो सकती हैं.
नई दिल्ली: बुधवार को वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने कफ और कोल्ड सिरप बनाने वाली भारतीय दवा कंपनी मैडन फार्मास्युटिकल्स के खिलाफ एक प्रोडक्ट अलर्ट जारी किया है. डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि गांबिया में 66 बच्चों की डेथ की वजह भारत की इस दवा कंपनी के कफ और कोल्ड सिरप हो सकते हैं. अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्था ने कहा है कि कफ और कोल्ड सिरप में जो चीजें डाली जाती है वह इंसानों के लिए कई बार टॉक्सिक साबित होती हैं, जिससे जान भी जा सकती है. इस तरह की चीजों में डाइथाइल ग्लाइकोल और एथिलीन ग्लाइकोल आदि शामिल है.
अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्था ने कहा है कि वह कंपनी और भारत के नियामक के साथ मिलकर मामले की जांच कर रही है. एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले महीने गांबिया की सरकार ने सूचना दी थी कि वह 5 साल से छोटे बच्चों की अचानक बढ़ी मौत के मामले की जांच कर रही है.
वास्तव में गांबिया में 5 साल से छोटे बच्चों की मौत किडनी इंजरी की वजह से हो रही है. जुलाई में गांबिया में 5 साल से कम उम्र के कम से कम 66 बच्चों की मौत हो चुकी है. इसके लिए जिम्मेदार चार सिरप की पहचान की गई है जो पीने वाले फॉर्म में लिए जाते हैं. इस इसमें कोफैक्समेलीन बेबी कफ सिरप भी शामिल है. इसके अलावा मेकऑफ बेबी कफ सिरप और मैग्रिप एन कोल्ड सिरप शामिल है.
डब्ल्यूएचओ ने एक मेडिकल प्रोडक्ट अलर्ट में कहा, “इन सैंपल की लेबोरेटरी में जांच की गई है और पाया गया है कि इसमें डाइइथाइल ग्लाइकोल और एथिलीन ग्लाइकोल निर्धारित मात्रा से अधिक दिए गए हैं.”
डब्ल्यूएचओ के ट्रेडोस ने सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर किए गए एक ट्वीट में कहा, “डब्ल्यूएचओ ने आज एक मेडिकल प्रोडक्ट अलर्ट जारी किया है जिसमें गांबिया में बेची जा रही चार कफ सिरप शामिल है. यह किडनी इंजरी जैसी बीमारी के लिए जिम्मेदार हो सकती हैं.”
गांबिया में इस कफ सीरप की वजह से 66 बच्चों की डेथ हो गई है. उन्होंने कहा कि इन बच्चों की मौत उनके परिजनों के लिए बहुत दुखद खबर है. यह 4 मेडिसिन कफ और कोल्ड सिरप है जो भारत की मैडन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड द्वारा बनाई जा रही है.