74वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर वीरता पुरस्कारों की घोषणा की गई. वीरता पुरस्कारों में 6 कीर्ति चक्र, 15 शौर्य चक्र शामिल हैं. 4 सैनिकों को कीर्ति चक्र और 2 को शौर्य चक्र मरणोपरांत दिया जाएगा. रक्षा मंत्रालय ने बताया कि 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर सशस्त्र सीमा बलों के 412 सदस्यों को वीरता पुरस्कार और अन्य पुरस्कारों द्वारा सम्मानित किया जाएगा.
डोगरा रेजिमेंट के मेजर शुभांग को भी कीर्ति चक्र से सम्मानित किया जाएगा. जम्मू कश्मीर में एक ऑपरेशन के दौरान उन्होंने न सिर्फ़ अपने ज़ख़्मी साथियों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया बल्कि एक आतंकी को भी मार गिराया.
मेजर शुभांग को कीर्ति चक्र से किया जाएगा सम्मानित
मेजर शुभांग ने अप्रैल 2022 में जम्मू कश्मीर के बडगाम में शौर्य का प्रदर्शन किया था. जटिल परिस्थितियों में भी उन्होंने असीम साहस दिखाया. कंधे पर गोली खाने के बावजूद उन्होंने न सिर्फ़ अपने साथियों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया बल्कि एक खतरनाक आतंकवादी को भी मार गिराया.
40 घंटों तक चली गनफ़ाइट
सुबह के तकरीबन 3:45 बजे मेजर ने कुछ संदिग्ध गतिविधियां देखी. मेजर शुभांग ने अपनी यूनिट को खतरनाक जंगल में, खराब मौसम में लीड किया. 10 मीटर की दूरी से उन्होंने दुश्मन को चुनौती दी. आतंकवादियों ने अंधाधुंध फ़ायरिंग शुरू कर दी, ग्रेनेड्स फेंके.
युसूफ़ कांतरू को मार गिराया
मेजर को बाएं कंधे में गोली लगी और उनके कुछ साथी भी घायल हो गए. इसके बावजूद मेजर ने खतरनाक लश्कर आतंकी युसूफ़ कांतरू को मार गिराया. कांतरू ने 2005-2022 तक कश्मीर में दहशत फैलाई.
दूसरा आतंकी मेजर के साथियों पर फायरिंग करता रहा. ज़ख्मी होने के बावजूद मेजर ने अपनी पोज़िशन बदली और आतंकी पर जवाबी हमला किया. आतंकी वहां से भाग गया. बाद में उसे भी सेना ने मार गिराया.
इस ऑपरेशन में सेना के तीन जवान घायल हुए थे. मेजर ने पहले उन्हें सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया. मेजर शुभांग को सबसे आखिर में रेस्क्यू किया गया.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सशस्त्र सीमा बलों के 412 कर्मियों को वीरता पुरस्कार और अन्य सम्मानि से सम्मानित करेंगी. इनमें 6 कीर्ति चक्र (4 मरणोपरांत), 15 शौर्य चक्र (2 मरणोपरांत), 19 परम विशिष्ट सेवा मेडल, 3 उत्तम युद्ध सेवा मेडल, एक बार टू अति विशिष्ट सेवा मेडल, 32 अति विशिष्ट सेवा मेडल, 8 युद्ध सेवा मेडल, एक बार टू सेना मेडल (वीरता), 92 सेना पदक (वीरता), 4 बार टू सेना मेडल (प्रतिष्ठित), 36 सेना पदक (प्रतिष्ठित), 2 बार टू विशिष्ट सेवा पदक, 79 विशिष्ट सेवा मेडल शामिल हैं.