सात स्टॉलों में ट्राउट की विभिन्न डिश सैलानियों और आम लोगों के लिए 50 प्रतिशत छूट पर बेची जा रही है।
विश्वविख्यात पर्यटन नगरी मनाली में पहली बार ट्राउट मत्स्य उत्सव का शुक्रवार को शानदार आगाज हो गया। प्रदेश महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष एवं भाजपा उपाध्यक्ष धनेश्वरी ठाकुर ने इसका विधिवत शुभारंभ किया। मनाली के माल रोड पर तीन दिन तक यह उत्सव चलेगा। लगभग सात स्टॉलों में ट्राउट की विभिन्न डिश सैलानियों और आम लोगों के लिए 50 प्रतिशत छूट पर बेची जा रही है।
स्टॉल में स्मोक ट्राउट फिश, ट्राउट फ्राई फिश, तंदूरी ट्राउट फिश परोसी जा रही है। मत्स्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस मेले का मुख्य उद्देश्य लोगों को ट्राउट पालन को लेकर जागरूक करना है। ट्राउट के उत्पादन से प्रदेश में सैकड़ों किसान अपनी आर्थिकी मजबूत कर रहे हैं। विभाग के निदेशक सतपाल मेहता का कहना है कि हिमाचल प्रदेश में 1,300 से अधिक मत्स्य विभाग की इकाइयां स्थापित हैं।
666 ट्राउट मछली पालक विभाग से जुड़े हुए हैं। पिछले वर्ष राज्य में 84 मीट्रिक मछली का उत्पादन किया गया था। मनाली में मेला लगाने का मकसद देश-विदेश से यहां पहुंचे पर्यटकों को ट्राउट के बारे में जानकारी देना है। पर्यटक ट्राउट का स्वाद चखें और इसका प्रचार करें। पहले दिन मेले में ब्राउन ट्राउट व रेनबो ट्राउट परोसी गई।
ट्राउट के मुरीद हुए पर्यटक, पहले दिन बिकी 67 किलोग्राम मछली
लाल चावल, राजमाह, मक्की की रोटी और बदाने के मीठे के साथ परोसी गई ट्राउट को पर्यटकों ने खूब खरीदा। पहले दिन विभाग की ओर से उपलब्ध करवाई गई ट्राउट मछली चार बजे से पहले ही बिक गई। लगभग 67 किलोग्राम मछली का कारोबार हुआ।
बरसात के कारण इन दिनों मनाली में पर्यटकों की संख्या नाममात्र रह गई है। बावजूद इसके पहले दिन माल रोड पर लगे स्टॉलों में रखी गई ट्राउट मछली हाथों हाथ बिकी। स्थानीय लोग जहां मछली को पैक कर ले गए, वहीं देशी-विदेशी पर्यटकों ने भी ट्राउट का स्वाद चखा।
तंदूरी ट्राउट की सबसे अधिक मांग रही। इसके अलावा स्मोक ट्राउट, ट्राउट फ्राई भी खूब बिकी। मत्स्य विभाग के निदेशक सतपाल मेहता ने बताया कि पहले दिन करीब 67 किलोग्राम ट्राउट मछली बिकी। उधर, इंग्लैंड से आए पर्यटक टॉम जॉनसन ने कहा कि उन्हें ट्राउट खूब पसंद आई। हिमाचली थाली के साथ ट्राउट मछली का उन्होंने आनंद लिया।