सुंदरनगर, 06 अगस्त : शिक्षा के नाम पर स्कूली छात्रों को सुविधा देने के बड़े-बड़े दावे करने वाली हिमाचल प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह जिला में ही धराशायी होती हुई नजर आ रही है। करसोग विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बखरोट में पढ़ने वाले स्कूली छात्रों को सोरता, बथारनाला व इसके आस-पास के गांव से करीब 8 किलोमीटर का सफर पैदल तय कर बरसात के मौसम में स्कूल पहुंचना पड़ रहा है।
बरसात के मौसम में सड़क पर पत्थर, भूस्खलन के डर के बीच बच्चे हर रोज पैदल सफर करने को मजबूर है। यह छात्र हर रोज लगभग 2 घंटे का पैदल सफर कर स्कूल पहुंच रहे हैं। विभाग की लापरवाही के आगे यह छात्र शिक्षा ग्रहण करने के लिए पैदल चलने को मजबूर है। एक तरफ जहां सरकार शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों को सुविधा के नाम पर बड़े-बड़े दावे करती नहीं थकती, तो वहीं दूसरी सरकार के सभी दावे खोखले साबित होते दिख रहे है।
बखरोट स्कूल में पढ़ने वाली अंजली व पंकज का कहना है कि हम रोज बथारनाला से पैदल स्कूल पहुंचते है। स्कूल के समय पर जो बस सराही से वाया बिठरी होकर करसोग चलती थी वह हफ्ते में सिर्फ एक बार ही आती है। इन दिनों बारिश के चलते उन्हें बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
उधर, हिमाचल पथ परिवहन निगम करसोग क्षेत्रीय प्रबंधक पीयूष शर्मा का कहना है कि बस को नियमित रूप से चलाया जाएगा। बस में कोविड के मामले आने के बाद कुछ समय बस सेवा बाधित की गई थी, लेकिन कोशिश रहेगी कि स्कूल के समय पर बस को नियमित रूप से चलाया जा सके।