Mandi Airport: सोना उगलने वाले जमीन को बर्बाद नहीं होने देंगे, नेरचौक में जबरदस्त प्रदर्शन

नेरचौक। बल्ह में हवाई अड्डे के एकतरफा फैसले के  विरोध में कंसा ग्राउंड से एसडीएम बल्ह कार्यालय तक  बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति ने विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया। विरोध प्रदर्शन मे प्रस्तावित गांवों ढाबण, टांवा, स्यांह, कुम्मी, कठ्याल और छातडू  के अलावा अन्य किसानो व महिलाओ ने भी हिस्सा लियाढ्ढ रैली को सम्बोधित करते हुए बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति के सचिव नन्दलाल वर्मा ने बल्ह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा को गैर उपजाऊ जमीन में बनाने कि मांग उठाई तथा सरकार द्वारा किसानों से बात किए बिना एकतरफा फैसले का  बिरोध जताया।

उन्होंने कहा कि बल्ह घाटी को मिन्नी पंजाब से जाना जाता है परंतु राज्य सरकार प्रस्तावित अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा के लिए उपजाऊ जमीन को पूरी तरह से तबाह करने पर तुली हुई है। उन्होंने कहा कि अधिकतर किसान उपजाऊ जमीन पर नकदी फसले उगा कर अपनी रोजी रोटी चला रहे हैं और परिवारों को पाल रहे है़ं। अत: सरकार से मांग कि जाती है कि उपजाऊ जमीन को बर्बाद होने से बचाया जाए। संघर्ष समिति के प्रधान जोगिंदर वालिया ने कहा कि एक तरफ राज्य सरकार फोरलेन में भूमि अधिग्रहण कानून 2013 को लागू नहीं कर रही है, जिसके अनुसार जमीन का चार गुना मुआवजा, पुनर्वास, पुनस्र्थापना, बाज़ार भाव पर जमीन का मूल्य, जमीन के बदले जमीन और परिवार से एक सदस्य को नौकरी देने का प्रावधान है।

 

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चार साल से लटका कर इस कानून को लागू करने से आनाकानी कर रही है और अब राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंडी के बल्ह में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डेे में अधिग्रहण की जाने बाली जमीन का उचित मुआवजा देने की झूठी बात कर रहे हैं। उन्होंनेेे कहा कि प्रस्तावित हवाई अड्डा क्षेत्र में जमीन के सर्किल रेट इतने कम हैं कि जमीन कौडिय़ों के भाव जाएगी। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा घोषित सर्किल रेट 2.05 लाख  से 11.20 लाख प्रति बीघा है, जबकि किसान दो से तीन लाख रुपए प्रति बीघा नकदी फसलों से प्रति वर्ष कमा रहा है। पूर्व प्रधान ग्राम पंचयात छातडू बलराज चौधरी ने कहा कि बल्ह एयरपोर्ट क्षेत्र में लगभग 3500 बिघा उपजाऊ जमीन, लगभग 2500 मकान और करीब 10 हजार जनसंख्या इसकी जद मे आएगी।

किसान सभा के अध्यक्ष कुशाल भारद्वाज ने कहा कि सरकार किसानो द्वारा किए जा रहे विरोध की अनदेखी कर रही है और किसान पिछले चार साल से सहमे और डरे हुए है कि उनकी उपजाऊ भूमि को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बिना किसानो से बात किए अपनी जिद पर अड़कर किसानों को बर्बाद करने पर तुले हुए हैं। किसान नेताओं ने कहा कि किसी भी कीमत पर बल्ह की भूमि को बर्बाद नहीं होने दिया जाएगा।

रैली के उपरांत एक ज्ञापन उपमण्डल अधिकारी (नागरिक) बल्ह के माध्यम से  प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को दिया गया। रैली में परस राम, अध्यक्ष किसान सभा बल्ह, पूर्व प्रधान स्यांह श्यामलाल  चौधरी,  उपप्रधान छातडू हेत राम, नरेंदर सेन ,भवानी सिंह, अमर वालिया, जयराम सैनी, नन्दलाल, लक्ष्मण, शकुन्तला वालिया, विद्या देवी, रंजना, शाहिला, पमावती, दिलेराम, गुलाम रसूल, चुनीलाल सकलानी, हलीम अंसारी,  सुरेश और राम जी दास आदि शामिल हुए।