वर्चुअल वर्ल्ड में साइबर क्राइम की घटनाएं तेजी से बढ़ रही है। साइबर ठग टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग नए-नए हथकंडे अपना कर हजारों लोगों को चूना लगा रहे है। साइबर अपराध की घटनाओं से हिमाचल भी अछूता नहीं रह गया है। हिमाचल प्रदेश में भी पिछले कुछ सालों से साइबर अपराध की घटनाओं में इजाफा हुआ है।
बीते 5 सालों की बात की जाए तो हिमाचल में 18 हजार के लगभग साइबर अपराध की शिकायतें प्राप्त हुई है। जिनमें 50 फ़ीसदी धोखाधड़ी से संबंधित है। साइबर क्राइम को अंजाम देने वाले शातिर बच्चे, बुजुर्ग व महिलाओं को अपना शिकार बनाते हैं। साइबर अपराधों के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए जहां सरकार ने कई कोशिशें की है। वहीं अब सामाजिक संस्थाएं भी इन अपराधों के बारे में लोगों को जागरूक कर रही हैं।
हेल्प एज इंडिया ने भी साइबर क्राइम के बारे में जागरूक करने के लिए पूरे भारतवर्ष में एक प्रोजेक्ट लॉन्च किया है। जिला मंडी में भी यह संस्था इन दिनों वरिष्ठ नागरिकों को साइबर क्राइम के बारे में जागरूक करने में लगी हुई है। मंगलवार को हेल्प एज इंडिया संस्था द्वारा वरिष्ठ नागरिक कल्याण भवन मंडी में वरिष्ठ नागरिकों को साइबर क्राइम के बारे में कई अहम जानकारियां उपलब्ध कराई गई।
इस मौके पर हेल्प एज इंडिया संस्था प्रोजेक्ट समन्वयक अजय कुमार ने बताया कि पूरे भारतवर्ष में साइबर क्राइम के मामले बढ़ गए है। संस्था द्वारा 50 हजार वरिष्ठ नागरिकों को हेल्प एज इंडिया डिजिटल सेफ्टी प्रोजेक्ट के जरिए साइबर क्राइम से बचने के लिए जानकारी मुहैया करवाई जाएगी।
हिमाचल के 12 जिलों में इस प्रोजेक्ट को चलाया जाएगा और शहर से लेकर गांव तक सभी वरिष्ठ नागरिकों को ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इस जागरूकता शिविर के दौरान वरिष्ठ नागरिकों में भी काफी उत्साह देखने को मिल रहा है।