मंडी पुलिस की नशे के सौदागरों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक

प्राकृतिक सौंदर्य की दृष्टि से विश्व पटल पर अपनी पहचान बनाने वाला हिमाचल प्रदेश अब नशा तस्करों का अड्डा बनता जा रहा है। नशा माफिया इस शांत प्रदेश को अंदर से खोखला करने में लगे हुए हैं। मंडी व कुल्लू-मनाली में भी चरस व चिट्टा जमकर फल-फूल रहा है। जिला में बीते 4 माह की बात की जाए तो पुलिस ने 111 एनडीपीएस के मामलों में 139 लोगों को सलाखों के पीछे भेजा है। पकड़े गए इन नशा तस्करों में 3 महिलाएं भी शामिल हैं।

वहीं मंडी पुलिस ने नशा माफिया के एक बड़े मगरमच्छ को 8 किलो चरस के साथ गिरफ्तार किया था। जिसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर रही है। इस मामले में पुलिस ने सख्त कार्रवाई कर आरोपी की एक करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त की है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर चंद्र ने बताया कि मंडी पुलिस ने एनडीपीएस के 111 मामलों में 54 मामले चरस के, 50 मामले चिट्टा/हेरोइन के और 7 मामले अवैध रूप से नशे की खेती करने के पकड़े गए हैं। पुलिस ने चरस के 54 मामलों में 40 किलो चरस (भांग), चिट्टा के 50 मामलों में 450 ग्राम हेरोइन/चिट्टा और नशे की खेती के 7 मामलों में अफीम/चरस के 1.29 लाख पौधे पकड़े हैं। जिनकी सैंपलिंग के बाद मंडी पुलिस द्वारा इसे नष्ट कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि जिला मंडी में नशा तस्करी को पूरी तरह बंद करने के लिए पुलिस पूरी सख्ती से कार्रवाई कर रही है।

उन्होंने कहा कि जिला में कुल्लू-मनाली की तरफ से आने वाले सभी वाहनों की जांच कर पुलिस नशा तस्करी पर चोट मार रही है। इसके साथ सूचना के आधार पर चिट्टा माफिया के खिलाफ भी पुलिस कार्रवाई कर रही है।

एएसपी सागर चंद्र ने कहा कि पुलिस शहर में जल्द ही ड्रंक एंड ड्राइव करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए अभियान चलाएगी। रात के समय शराब पीकर वाहन चलाने वाले चालकों के खिलाफ सरकार के नए नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि लोग शराब पीकर वाहन चलाते हैं, जो हादसों का कारण बनते हैं। मंडी जिला एक पहाड़ी क्षेत्र है, जहां छोटी गलती भी मौत का कारण बन सकती है।