अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के दौरान पहली बार छोटी काशी के नाम से प्रसिद्ध मंडी शहर में बाबा भूतनाथ की जलेब संतो के माध्यम से निकाली गई जिसमें नागा साधू विशेष तौर पर मौजूद रहे। वीरवार को ब्यास नदी के तट से नागा साधु और कई महान संत देश के कोने-कोने से छोटी काशी मंडी के अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में पधारे और विभिन्न अखाड़ों से आए साधु संतो के नेतृत्व में भगवा ध्वज लिए ऐतिहासिक जलेब का आयोजन किया गया।
इसी दौरान पूरा शहर बम भोले, हर हर महादेव, जय बाबा भूतनाथ के नारों से पूरा मंडी शहर गुंजायमान हो गया। जलेब में शिव पार्वती की झांकी भी निकाली गई। जलेब का शुभारंभ खलियार के ब्यास के तट से हुआ उसके उपरांत जलेब विक्टोरिया पुल से होती हुई समखेतर पहुंची और लोगो ने जगह-जगह साधु संतों पर फूल बरसाए और विभिन्न अखाड़ो से आए साधु संतों सहित नागा साधुओं ने हैरतअंगेज करतब दिखा कर सभी को हैरान कर दिया। महाजन बाजार, मोती बाजार और चोहट्टा बाजार होते हुए गांधी चौक से वापिस होती हुए बाबा भूतनाथ मंदिर में भव्य जलेब का विधिवत समापन हुआ।
जलेब में देश भर से आए 51 साधु संतों व नागा साधुओं ने शिरकत की और छोटी काशी में चल रहे अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव की शोभा बढ़ाई। इस दौरान विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया। बाबा भूतनाथ मठ मंदिर मंडी के महंत देवानंद सरस्वती ने इस मौके पर कहा कि सदियों से बाबा भूतनाथ की जलेब अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में निकलती आ रही है लेकिन इस बार इसे भव्य और बड़ा रूप प्रदान करने का प्रयास किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस बार टूटी हुई परंपरा को पुनर्जीवित किया है इसमें मंडी वासियों ने भी भारी मात्रा में अपना सहयोग दिया व इसमें भाग लिया। वहीं इस दौरान स्थानीय लोगों ने भी बाबा भूतनाथ की भव्य शोभा यात्रा की सराहना की। लोगों ने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में इस शोभायात्रा का स्वरूप और भी भव्य हो।
इस दौरान लोगों को शिवरात्रि महोत्सव के दौरान नागा साधुओं के दर्शन करने का भी मौका मिला। लोगों के अनुसार नागा साधु और अन्य संत महात्माओं के आने से छोटी काशी पावन और धन्य हुई है।