बीते रविवार को पुलिस थाना धनोटू के अंतर्गत 27 वर्षीय विवाहिता के आत्महत्या (Suicide) मामले ने तूल पकड़ लिया है। जहां एक तरफ मायका पक्ष ने बेटी को इंसाफ दिलाने की गुहार लगा रहा है, वहीं अब ग्रामीण भी मृतका को इंसाफ दिलाने के लिए सड़क पर उतर आए हैं। देर शाम मृतका को इंसाफ दिलाने के लिए ग्राम पंचायत कोट, मलहणु व सलवाहन की महिलाओं ने कैंडल मार्च (candle march) निकालकर इंसाफ की गुहार लगाई।
महिलाओं ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhwinder Singh Sukhu) से मांग करते हुए कहा कि मृतका तनुजा को हर हाल में इंसाफ मिलना चाहिए। उन्होंने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द पुलिस मामले की गहनता से जांच कर यह पता लगाए कि तनुजा आत्महत्या करने के लिए क्यों मजबूर हुई है? महिलाओं ने कहा कि सरकार “बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ” का नारा लगातार दे रही है, लेकिन अब इस बेटी को भी इंसाफ मिलना चाहिए।
मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी सुंदरनगर दिनेश कुमार ने बताया कि पुलिस द्वारा मृतका के पति, सास व देवर को न्यायालय में पेश किया गया है। यहां से उन्हें 5 जून तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले में गहनता से जांच कर रही है।
बता दें कि पुलिस थाना धनोटू के तहत एक 27 वर्षीय विवाहिता ने ससुराल पक्ष द्वारा प्रताड़ित करने के बाद फंदे से झूलकर अपनी जान दे दी थी। घटना रविवार को ग्राम पंचायत कोट के चुनाहण क्षेत्र के गांव मलहणू में पेश आई है। पुलिस द्वारा मृतका के परिजनों के बयान के आधार पर पति, सास व देवर के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने पर एफआईआर दर्ज किया गया है।