प्रदेश के कई इलाकों में अब भी मानसून एक्टिव होने का इंतजार, छिंदवाड़ा, बैतूल में भारी बारिश का अलर्ट

प्रदेश के चंबल संभाग के जिले तथा ग्वालियर, दतिया, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, उज्जैन, आगर जिलों को छोड़कर प्रदेश के शेष जिलों में सक्रिय है। मौसम विभाग के मुताबिक अलग-अलग स्थानों पर बनी पांच मौसम प्रणालियों के कारण नमी आने का सिलसिला बना हुआ है।

एमपी मौसम आज: प्रदेश के कई जिलों में बारिश दर्ज की गई।
मध्य प्रदेश में मानसून आ चुका है। प्रदेश के कई जिलों में बारिश दर्ज की गई। हालांकि कई जगह अब भी गर्मी परेशान कर रही है। प्रदेश में सबसे गर्म दिन और रात सीधी में रही। अलग-अलग स्थानों पर बने पांच वेदर सिस्टम के कारण नमी आने का सिलसिला बना हुआ है। जिससे प्रदेश के कई इलाकों में बौछारें पड़ रही हैं। 
मौसम विभाग की रिपोर्ट कहती है कि दक्षिण पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा पोरबंदर, बड़ौदा, शिवपुरी, रीवा, चुर्क से होकर गुजर रही है। प्रदेश के चंबल संभाग के जिले तथा ग्वालियर, दतिया, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, उज्जैन, आगर जिलों को छोड़कर प्रदेश के शेष जिलों में सक्रिय है। पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के भोपाल, इंदौर व उज्जैन संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर, जबलपुर, सागर, शहडोल, ग्वालियर, चंबल एवं नर्मदापुरम संभागों के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा दर्ज की गई। नलखेड़ा में 6, कुंभराज में 5, खंडवा-खरगोन में 4, पंधाना, मुलताई, परसिया, जुन्नारदेव में 3, हरई, बेनीबारी, उदयनगर, उज्जैन, मनावर, भैसदेही में 2 सेमी तक पानी गिरा है। 

अगले 24 घंटों के लिए मौसम विभाग का पूर्वानुमान कहता है कि शहडोल, इंदौर संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर , जबलपुर, भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन संभागों के जिलों में तथा सागर, दमोह जिलों में कहीं-कहीं वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। मौसम विभाग ने यलो अलर्ट भी जारी किया है, उसके मुताबिक छिंदवाड़ा, बैतूल जिलों में कहीं-कहीं मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। शहडोल, जबलपुर, भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर, उज्जैन संभागों के जिलों में तथा सागर, दमोह जिलों में बिजली गिरने की संभावना है। 

मौसम विभाग के मुताबिक अलग-अलग स्थानों पर बनी पांच मौसम प्रणालियों के कारण नमी आने का सिलसिला बना हुआ है। इस वजह से भोपाल सहित विभिन्न जिलों में रुक-रुककर बौछारें पड़ रही हैं। अभी भी दक्षिण-मानसून चंबल संभाग के जिलों के अलावा, ग्वालियर, दतिया, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, उज्जैन एवं आगर जिलों में नहीं पहुंचा है। मंगलवार को मानसून की उत्तरी सीमा पोरबंदर, बड़ौदा, शिवपुरी, रीवा से होकर गुजर रही है। हालांकि मानसून मप्र के 80 प्रतिशत क्षेत्र में प्रवेश कर चुका है। वातावरण में नमी मौजूद रहने के कारण तापमान बढ़ते ही गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने का सिलसिला बना हुआ है। इस तरह की स्थिति अभी बनी रहेगी। 27 जून से प्रदेश में कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है।

मौसम विभाग के आंकड़ों की बात करें तो पूरे प्रदेश में अधिकतम तापमान 40 डिग्री से नीचे बना हुआ है। प्रदेश में सबसे गर्म सीधी रहा। सीधी में 37.6, ग्वालियर में 37.3, राजगढ़ में 36.5, राजगढ़-नौगांव में 36.5, रतलाम-रीवा में 36.2, खजुराहो-नरसिंहपुर में 36, रायसेन में 35.6, टीकमगढ़ में 35.4, सतना में 35.2, खरगोन में 35 डिग्री तापमान रहा। वहीं खरगोन को छोड़कर पूरे प्रदेश में रात का पारा चढ़ा है। खरगोन में लगभग 8 डिग्री तक पारा गिरा है। वहीं प्रदेश में सबसे गर्म रात सीधी में रही। सीधी में 28.4, रतलाम में 26.6, खजुराहो में 26.2, दमोह में 26, दतिया में 25.8, होशंगाबाद में 25.7, उमरिया में 25.6, राजगढ़-सतना में 25.5, उज्जैन-नौगांव-रीवा-रायसेन-भोपाल में 25 डिग्री न्यूनतम तापमान रहा।