Mathura News: किसानों को प्राकृतिक आपदा पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ दिया जाता है। राजस्व अधिकारी, बीमा कंपनी के सर्वेयर ने दलालों के साथ मिलकर कृषि भूमि के फर्जी किरायानामा तैयार कराए। क्राप कंटिंग में 50 फीसदी का नुकसान दिखा दिया और सबने मिलकर पैसा हड़प लिया।
मथुरा: केंद्र की मोदी और राज्य की योगी सरकार किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही हैं तो वहीं अधिकारी केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को विफल करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। ताजा मामला मथुरा जिले से सामने आया है। यहां प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के नाम पर करोड़ों रुपये का घपला किया गया। दलालों, बीमा कंपनी के सर्वेयर और राजस्व अधिकारी ने एक ही जमीन पर कई नाम से क्लेम ले लिया। इन सब ने मिलकर फर्जी किरायानामा तैयार कर किसान की फसल में क्राप कटिंग में नुकसान दिखाकर पैसा हड़प लिया। किसानों की इसकी जानकारी तब हुई, जब वो पोर्टल पर आवेदन करने गए। इसकी जैसे ही जानकारी बीमा कंपनी को हुई तो उसने जांच बैठा दी है। मथुरा जिले में इस तरह के 20 हजार से ज्यादा मामले बताए जा रहे हैं।
किसानों को प्राकृतिक आपदा पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ दिया जाता है। राजस्व अधिकारी, बीमा कंपनी के सर्वेयर ने दलालों के साथ मिलकर कृषि भूमि के फर्जी किरायानामा तैयार कराए। क्राप कंटिंग में 50 फीसदी का नुकसान दिखा दिया और सबने मिलकर पैसा हड़प लिया। वहीं, जब किसान फसल बीमा कराने के लिए पोर्टल खोला तो उनको इस घोटाले की जानकारी हुई। किसानों का कहना है कि 20 हजार से अधिक मामलों में फर्जी तरीके से क्लेम लिया गया है। इन सब ने मिलकर तीन वर्षों में करोड़ों का घोटाला किया है।
घोटाला करने में हर स्तर पर खेल किया गया। पहले फर्जी किरायानामा तैयार कराया गया। यही नहीं एक ही जमीन पर कई लोगों के नाम पर किरायानामा तैयार कराया गया। इसके बाद फिर इसे पोर्टल पर दर्ज करा दिया गया। जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई। बीमा की धनराशि उन खातों में ट्रांसफर की गई, जो फर्जी तरीके से किराएनामे में किसान शामिल थे।
जिला कृषि अधिकारी अश्वनी कुमार का कहना है कि अब तक चार शिकायत प्राप्त हुईं हैं। सभी की जांच की जा रही है। लेखपाल और कंपनी के कर्मचारियों के द्वारा फर्जीवाड़े किए गए हैं। शासन को जांच कर रिपोर्ट भेजी जाएगी। फर्जीवाड़े में जो लोग शामिल हैं, उनके ऊपर शासन द्वारा कार्रवाई की जाएगी।