राज्य स्तरीय जनजातीय नृत्य, हस्तशिल्प प्रतियोगिता मरगुल उत्सव का शुभारंभ लाहौल-स्पीति के उदयपुर में तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा द्वारा किया गया। डाॅ. रामलाल मारकंडा मृकुला माता के मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद, शोभायात्रा के रूप में विभिन्न सांस्कृतिक दलों के साथ उत्सव स्थल तक पहुंचे। विभिन्न विभागों, महिला मंडल तथा स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्टालों एवं प्रदर्शनियों का अवलोकन करने के पश्चात डाॅ. मारकंडा ने विधिवत दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
उन्होंने कहा कि उत्सव में जनजातीय लोकनृत्य की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में लाहौल, स्पीति, किन्नौर, पांगी, भरमौर के नृत्य दलों द्वारा प्रस्तुत जनजातीय संस्कृति के दर्शन होंगे। साथ ही क्राफ्ट मेले के अंतर्गत जनजातीय कला एवं क्राफ्ट के भी दर्शन होंगे। इस तरह के आयोजन से जिले में न केवल पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा जिससे लोगों की आर्थिकी भी बेहतर होगी, बल्कि पर्यटकों को जनजातीय क्षेत्रों की समृद्ध संस्कृति को जानने का अवसर भी मिलेगा। उत्सव के पहले दिन आज राज्य स्तरीय नृत्य में महिला मंडल काजा के अतिरिक्त पारंपरिक श्रेणी नृत्य तथा जिला स्तरीय नृत्य की प्रस्तुतियां आकर्षण का केंद्र रही जिनमें महिला मंडल हिंसा, जाहलमा, बारिंग, थिरोट, मुरिंग, आगाहर, छटिंग, करपट, कुकुमसेरी, सलपट, कोराकी, बरोड़ ने कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
इसके अलावा होमगार्ड के बैंड तथा पुलिस बैंड हारमनी ऑफ पाइंस ने भी खूबसूरत प्रस्तुति दी। डाॅ. मारकंडा ने पारंपरिक स्वागत करने वाले महिला मंडल को 5-5 हजार व स्टाल लगाने वाले प्रत्येक महिला मंडल को 15 हजार देने की घोषणा की। इस अवसर पर डीसी नीरज कुमार, एडीसी काजा अभिषेक वर्मा, जिला पर्यटन अधिकारी प्रिया नागटा, उपमंडलाधिकारी उदयपुर निशांत तोमर, उपमंडलाधिकारी काजा गुंजीत चीमा, टीएसी सदस्य शमशेर सहित पंचायती राज संस्थाओं के सदस्य व विभिन्न विभागीय अधिकारी भी उपस्थित रहे।