भारतीय शेयर बाजार आज मंगलवार को गिरावट के साथ खुले हैं. सेंसेक्स 400 अंकों से ज्यादा की गिरावट के साथ 55200 के स्तर के आस-पास ट्रेड कर रहा है. वहीं, निफ्टी 100 अंकों से ज्यादा की गिरावट के साथ 16500 के नीचे चल रहा है. वहीं बैंक निफ्टी में भी 200 अंकों से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है और यह इंडेक्स 35100 के अहम सपोर्ट लेवल से नीचे आ गया है.
बाजार खुलने के बाद एनएसई पर कई सारे स्टॉक की फ्यूचर प्राइस अपडेट नहीं हो रही थी. ये समस्या कुछ देर बनी रही लेकिन 9.35 बजे के आस-पास ये समस्या खत्म हो गई. प्राइस अपडेट न होने की वजह से कुछ देर के लिए अफरातफरी मच गई थी लेकिन अब स्थिति सामान्य हो गई है.
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क्रूड ऑयल बड़ा निगेटिव फैक्टर
मार्केट एक्सर्ट्स के मुताबिक, सोमवार को अमेरिकी बाजारों में मामूली तेजी के बावजूद भारतीय बाजार बड़ी गिरावट के साथ खुले हैं. खराब ग्लोबल संकेतों की वजह से बाजार पर दबाव बना हुआ है. दूसरा बड़ा कारण क्रूड ऑयल की कीमतों में तेजी है. क्रूड ऑयल 120 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर चल रहे हैं. महंगा क्रूड भारतीय मार्केट के लिए काफी निगेटिव फैक्टर होता है. इसके नीचे आने के भी संकेत नहीं मिल रहे हैं.
वहीं, मुद्रास्फीति की समस्या बनी हुई है. रिजर्व बैंक की तीन दिन की बैठक का आज दूसरा दिन है और रेट हाइक होने की पूरी संभावना है. ऐसी स्थिति में ट्रेडर काफी सुरक्षात्मक रूख के साथ चल रहे हैं. रिजर्व बैंक और आगामी यूएस आंकड़ों का सभी को इंतजार है.
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विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी
एनएसई पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 6 जून को 2,397.65 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध बिक्री की, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) 1,940 करोड़ रुपये के शेयरों के शुद्ध खरीदार बने रहे. पिछले आठ महीने विदेशी लगातार बिकवाली कर रहे हैं. अक्टूबर 2021 के बाद एफपीआई ने 2 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की बिकवाली की है. इसका भी असर भारतीय बाजारों पर दिख रहा है.