जम्मू कश्मीर के पुंछ में शहीद हुए जवान कमल वैद्य को उनके पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के दाह संस्कार किया गया । आज सुबह हमीरपुर के एनआईटी के ग्राउंड मे हेलीकॉप्टर के माध्यम कमल वैद्य के पार्थिव शरीर पहुंचा जिसके बाद सैन्य वाहन में उसे उनके गृह क्षेत्र भोरंज उपमंडल के ग्राम पंचायत लंगमनवी के गावं घुमारवीं लगाया गया । पार्थिव शरीर जैसे ही घर पहुंचा तो माहौल पूरी तरह से गमगीन हो गया। हर किसी की आंखों में आंसू आ आ गए। घर के आंगन के पार्थिव शरीर को देखकर परिजनों रो रोकर बेहाल हो गए।
कमल अपने पीछे माता पिता, बडा भाई और दो बहने छोड गये है। कमल की शहादत पर पिता ने गर्व महसूस किया है तो गांव वासियों ने भी शहीद को नमन किया है। इस मौके पर गांव भारत माता की जय और शहीद कमल अमर रहे के नारों से गूंज उठा । शहीद कमल वैद्य के भाई उनकी चिता को मुखाग्नि दी। इस मौके पर भोरंज विधायक कमलेश कुमारी, जिला परिषद सदस्य पवन कुमार, उपायुक्त हमीरपुर और प्रशासनिक अधिकारियों ने भी शहीद के परिजनों को सांत्वना दी।
शहीद के मामा का कहना है कि कमल के शहीद होने से पूरा परिवार गमगीन हो गया है। उन्होंने बताया कि अभी कुछ महीने बाद घर आने वाला था और शादी की तैयारियां की जा रही थी। उन्होंने बताया कि कमल को गाने का शौक था और यूट्यूब पर भी गाने गाकर चढाता था।
धिरड वार्ड से जिला परिषद सदस्य पवन कुमार ने शहीद के घर पर जाकर परिवार को सांत्वना दी और ढांढस बधाया है। पवन कुमार ने कहा कि कमल वैद्य की प्रारंभिक शिक्षा लुददर महादेव स्कूल से हुई थी इसलिए सैनिक के सम्मान में स्कूल का नाम शहीद के नाम पर किया जाए । साथ ही ग्राम पंचायत लंगमनवी के गावं घुमारवीं की सड़क पर शहीद के नाम का गेट बनाया जाए ताकि आने वाले पीढी उनके बलिदान को याद रख सके ।