दो साल में पहली बार मास्क की बिक्री में गिरावट! इस उपकरण की बढ़ गई सेल, कहीं प्रदूषण का तो नहीं है असर

Air Purifier Sales Rise: अब पिछले दो सालों में पहली बार मास्क की बिक्री में गिरावट देखने को मिली है। मास्क की बिक्री काफी कम हो गई है, लेकिन एयर प्यूरीफायर की डिमांड काफी बढ़ गई है। पिछले साल इसी समय से तुलना करें तो इसकी बिक्री में 30 से 40 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है।

नई दिल्ली: कोरोना काल के बाद से मास्क की बिक्री में काफी तेजी देखने को मिली थी। लोगों ने जमकर मास्क खरीदे। इस दौरान मास्क के रेट भी काफी बढ़ गए थे। कई जगहों पर मास्क पहनना अनिवार्य भी कर दिया गया था। हालांकि अब पिछले दो सालों में पहली बार मास्क की बिक्री में गिरावट देखने को मिली है। मास्क की बिक्री काफी कम हो गई है, लेकिन एक ऐसा उपकरण है जिसकी सेल काफी तेजी (Purifier Sales Rise) से बढ़ गई है। इस प्रोडक्ट को पहले कोई पूछ नहीं रहा था। लेकिन अब ये डिमांड में है।
40 फीसदी तक बढ़ गई इस प्रोडक्ट की डिमांड
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एयर प्यूरीफायर (Air Purifier) की डिमांड काफी बढ़ गई है। पिछले साल इसी समय से तुलना करें तो इसकी बिक्री में 30 से 40 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है। एयर प्यूरीफायर (Air Purifier) की बिक्री में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। अब लोग घरों के साथ कार के लिए भी एयर प्यूरिफायर खूब खरीद रहे हैं। जिस तरह से वायु प्रदूषण बढ़ रहा है, लोग एयर प्यूरिफायर खरीदने लग गए हैं।
इस साल बंपर सेल की उम्मीद
कंपनियों को इस साल एयर प्यूरिफायर (Air Purifier) की बंपर सेल होने की उम्मीद है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, साल 2019 के बाद से एयर प्यूरिफायर की डिमांड में इजाफा देखने को मिला है। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता आदि बड़े शहरों में रहने वाले लोग एयर प्यूरीफायर खूब खरीद रहे हैं। अब कई कंपनियां एसी और लग्जरी कारों में भी एयर प्यूरीफायर का ऑप्शन दे रही हैं। कंपनियों को उम्मीद है कि बढ़ते प्रदूषण के चलते आने वाले समय में एयर प्यूरीफायर की बिक्री में और तेजी आएगी।

मास्क की बिक्री में गिरावट
एक तरफ जहां एयर प्यूरीफायर (Air Purifier) की सेल में तेजी देखने को मिली है। वहीं मास्क की बिक्री में गिरावट आई है। मास्क की बिक्री इस बार पिछले दो वर्षों की तुलना में काफी कम रही है। रिपोर्टस के मुताबिक, अब लोग मास्क कम खरीद रहे हैं। वहीं मास्क पहनने वालों की संख्या में भी गिरावट देखने को मिल रही है।