प्रयागराज के अटाला बवाल के मामले में जैसे-जैसे तफ्तीश आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। इसी क्रम में यह बात सामने आई है कि बवाल की साजिश में करेली व खुल्दाबाद इलाके के कई बेहद प्रभावशाली लोग भी शामिल थे। इनमें एक अन्य मस्जिद के मौलाना के साथ ही कई राजनैतिक लोगों के भी नाम हैं। उन्हें मालूम था कि जुमे के दिन यानी तीन जून को नमाज के बाद अटाला में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन होना है। यह बातें पुलिस को मुख्य आरोपी जावेद मोहम्मद उर्फ जावेद पंप से कस्टडी रिमांड पर की गई पूछताछ में सामने आई हैं। पुलिस अब ऐसे लोगों से पूछताछ की तैयारी में है। सूत्रों के मुताबिक, जावेद मोहम्मद से कस्टडी रिमांड में पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। पता चला कि कानपुर दंगों के आरोपियों की पैरवी में आए कानपुर निवासी मुस्लिम संगठन के पदाधिकारी से मुलाकात के बाद करेली इलाके में एक मीटिंग की गई थी।
इस मीटिंग में ही यह योजना बनी थी कि 10 जून को जुमे की नमाज के बाद अटाला में प्रदर्शन किया जाना है। खास बात यह है कि इस मीटिंग में करेली व खुल्दाबाद के कई प्रभावशाली लोग भी उपस्थित थे।
इनमें करेली स्थित एक मस्जिद का मौलाना भी शामिल था। इसके अलावा कुछ ऐसे लोग भी पहुंचे थे जो राजनीति में सक्रिय हैं और उनकी युवाओं पर अच्छी-खासी पकड़ है।
छात्र संगठन का सदस्य भी था मौजूद सूत्रों का कहना है कि जावेद मोहम्मद से कस्टडी रिमांड में हुई पूछताछ के दौरान एक बेहद चौंकाने वाली बात भी सामने आई है।
वह यह है कि अटाला में 10 जून को जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन किया जाना है, इस बात की जानकारी एक छात्र संगठन के पदाधिकारी को भी थी। चौंकाने वाली बात यह है कि वह दूसरे समुदाय से है।
पूछताछ के लिए किया जाएगा तलब पुलिस सूत्रों का कहना है कि जिन लोगों के नाम सामने आए हैं, उन्हें पूछताछ के लिए जल्द ही बुलाया जाएगा। पुलिस उनसे पूछताछ करेगी और बवाल मामले में उनकी संलिप्तता की भी जांच करेगी। अगर उनकी भूमिका संदिग्ध मिलती है तो मुकदमे में उनका नाम शामिल किया जाएगा।
आरोपी बनाकर विधिक कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अफसर इस मामले में कुछ खुलकर बोलने को तैयार नहीं हैं। एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह का कहना है कि विवेचना चल रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।