सोलन का क्षेत्रीय अस्पताल जहाँ हमेशा अव्यवस्थाओं का आलम देखा गया है | इस अस्पताल की स्थिति सुधारने के लिए कांग्रेस और भाजपा ने विपक्ष में होते हुए कई आंदोलन किए | यहाँ के कि कई बार भूख हड़ताल कर स्वास्थ्य मंत्री को जगाने का प्रयास भी किया गया | लेकिन विडंबना है कि अभी तक इस अस्पताल में कोई भी सुधार नहीं हो पाया है | बल्कि जो सुविधाएं पहले मिल रही थे उन सुविधाओं में भी लगातार कमी होती जा रही है | कई तरह के टैस्ट यहाँ नहीं हो रहे हैं | अस्पताल की वास्तविक स्थिति को जानने के लिए सोलन की मेयर पूनम ग्रोवर ने डिप्टी मेयर राजीव कौड़ा के साथ दौरा किया | वह अस्पताल के उच्च अधिकारियों के साथ मिले और जल्द मशीनों को ठीक करने का आग्रह किया |
इस मौके पर मेयर पूनम ग्रोवर ने बताया कि सोलन के नागरिकों ने उन्हें यह सूचना दी थी कि सोलन के क्षेत्रीय अस्पताल में सीटी स्कैन और एक्सरे की सुविधा नहीं मिल रही है जिसकी वजह से लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है | उन्होंने कहा कि लोग सस्ते इलाज के लिए अस्पताल में आते है लेकिन सीटी स्कैन और एक्सरे की मशीनें खराब होने की वजह से उन्हें टैस्ट बाहर से करवाने पडते है | जिसकी वजह से उनके इलाज का खर्चा निजी अस्पताल के बराबर हो जाता है | यही वजह है कि हिमकेयर और आयुष्मान कार्ड का लाभ भी उन्हें नहीं मिल रहा है | उन्होंने कहा कि एम्एस एसएल वर्मा ने उन्हें जानकारी दी है कि यहाँ 20 बेड कोरोना पॉज़िटिव रोगियों के लिए लगाए गए है वहीँ 6 बेड्स पर वेंटिलेटर्स की आवश्यकता है | लेकिन इन बैंड्स पर आक्सीजन की कमी के चलते रोगियों को भर्ती नहीं किया जा रहा है जिसके लिए यहाँ आक्सीजन प्लांट की आवश्यकता है | इस लिए वह स्वास्थ्य मंत्री से आग्रह करते हैं कि जल्द से जल्द अस्पताल की कमियों को पूरा करें